केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी आज लखीमपुर खीरी में अपना आपा खो बैठे. उनके गुस्से का कारण था कि पत्रकारों ने अजय मिश्रा से सवाल पूछ लिए थे. इसी बात पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री बुरी तरह भड़क गए. बता दें कि मंगलवार को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में गृह राज्य मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा के खिलाफ हत्या की धाराओं में केस दर्ज होने के बाद पिता अजय मिश्रा तनाव में हैं. बुधवार को गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा लखीमपुर में मदर चाइल्ड केयर सेंटर में ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन करने गए थे. इसी दौरान जब एक टीवी पत्रकार ने सवाल किया तो अजय मिश्रा ने उसे धक्का दे दिया और अपशब्द भी कहे. बता दें कि पत्रकार केंद्रीय गृह राज्यमंत्री से एसआईटी जांच के बारे में सवाल कर रहे थे. इसी पर अजय मिश्रा भड़क उठे.
रिपोर्टर से बोले, तुम्हारा दिमाग खराब है क्या बे. जिस काम से आए हो, उसके बारे में बात करो. पहले अपना फोन बंद कर. मंत्री जी यहीं नहीं रुके. रिपोर्टर को धमकाया भी और धक्का भी दिया. गृह राज्य मंत्री ने पूरी मर्यादा पार कर दी. उन्होंने कहा, ‘सब पत्रकार चोर हैं. तुम चोरों ने एक निर्दोष को फंसा दिया है. शर्म नहीं आती है? कितने गंदे लोग हैं! क्या जानना चाहते हो? एसआईटी से नहीं पूछे?’ सवाल पूछ रहे एक पत्रकार को न सिर्फ उन्होंने अपशब्द कहे बल्कि पत्रकारों का फोन भी जबरन बंद करवा दिया.
अजय मिश्रा टेनी को इस बीच दिल्ली तलब कर लिया गया है. खबरों के मुताबिक, आज रात तक वह दिल्ली पहुंचेंगे. बता दें कि लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच कर रही यूपी पुलिस की एसआईटी ने कोर्ट से कहा है कि 4 किसानों और एक पत्रकार की हत्या की घटना एक ‘सोची-समझी साजिश’ थी तथा उसने मामले में अधिक गंभीर आरोपों को शामिल किए जाने का अनुरोध किया. केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा का पुत्र आशीष मिश्रा इस मामले के 13 आरोपियों में शामिल है. एसआईटी के आवेदन पर दलीलों को सुनने के बाद लखीमपुर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजीएम) चिंता राम ने गत 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में तिकोनिया क्षेत्र में हुई हिंसा के मामले की पड़ताल कर रही एसआईटी को मुकदमे में हत्या के प्रयास की धारा जोड़ने की मंगलवार को इजाजत दे दी. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री को भाजपा हाईकमान ने दिल्ली तलब किया है.