उत्तराखंड के हल्द्वानी में देवलचौड़ निवासी लक्ष्मण की निर्मम हत्या कर उसकी पत्नी ने मानवता को शर्मशार कर दिया है। यह निर्दय पत्नी अपनी आंखों के सामने छह घंटे तक पति को तड़पते हुए देखा, मगर अस्पताल पहुंचाना जरूरी नहीं समझा।
बता दे कि तीसरी मंजिल की सीढ़ियों पर दोपहर डेढ़ बजे से तड़पते हुए शाम साढ़े सात बजे लक्ष्मण ने दम तोड़ दिया। मृतक लक्ष्मण सिंह भनवाल तीन भाइयों में सबसे छोटा था।
इस घटना की जानकारी देते हुए बड़े भाई कुंदन ने बताया कि वह देर शाम काम से घर पहुंचे। हालांकि जानवरों को चारा देने के बाद टीवी पर आइपीएल मैच देखने लगे। इतने में ही शाम साढ़े सात बजे उनका भतीजा ताई के पास आया और बताया कि पापा को मम्मी ने मार दिया है।
यह सुन कर जब वह तीसरी मंजिल पर पहुंचे तो भाई की मौत हो चुकी थी। उसका शव खून से लथपथ था। इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी। सीओ सिटी का कहना है कि समय से लक्ष्मण को उपचार मिलता तो उसकी जान बच सकती थी।
बता दे कि गीता के सिर हत्या का भूत सवार था। उसने पति के सिर व सीने पर पर्दे की स्टील की रॉड से हमला किया। इतना ही नहीं लक्ष्मण का सिर पीछे से फटने पर वह जमीन पर गिर गया। इसके बाद गीता ने सीने पर वार किए।
हालांकि इतने में भी मन नहीं भरा तो पति को घसीटकर कमरे से छह सीढ़ी नीचे लाकर छोड़ दिया।
बता दे कि बेटा स्कूल से वापस घर पहुंचा तो तीसरी मंजिल के कमरे में गया। सीढ़ियों पर पिता खून से लथपथ पड़े थे। मां से उसने पिता को अस्पताल लेकर जाने की जिद की। गीता ने पुलिस को बताया कि उसने बेटे को भी नीचे नहीं आने दिया। वहीं वारदात के बाद मौके पर भीड़ जुटी थी।