साहित्य अकादमी ने इस वर्ष के अकादमी पुरस्कारों की घोषणा कर दी है. हिंदी के लिए इस वर्ष का साहित्य अकादमी पुरस्कार प्रसिद्ध कवि बद्री नारायण को दिया जाएगा. बद्री नारायण को उनके कविता संग्रह तुमड़ी के शब्द को साहित्य अकादमी पुरस्कार 2022 के लिए चुना गया है.
साहित्य अकादमी के सचिव के. श्रीनिवासराव ने साहित्य पुरस्कारों की घोषणा करते हुए बताया कि इस बर्ष 23 भाषाओं के लिए पुरस्कार देने का निर्णय किया गया है. इनमें 7 कविता संग्रह, 6 उपन्यास, 2 कहानी संग्रह, दो साहित्यिक समालोचना, तीन नाटक, एक आत्मकथा निबंध, एक संक्षिप्त सिंधी साहित्य इतिहास और एक लेख संग्रह की पुस्तक शामिल है.
सचिव के. श्रीनिवासराव बताया कि पुरस्कारों की अनुशंसा 23 भारतीय भाषाओं की निर्णायक समितियों द्वारी की गई. साहित्य अकादमी के अध्यक्ष डॉ. चंद्रशेखर कंबार की अध्यक्षता में आयोजित अकादमी कार्यकारी मंडल की बैठक में आज इन्हें अनुमोदित किया गया. उन्होंने बताया सम्मानित लेखकों को अगले वर्ष मार्च में सम्मानित किया जाएगा. पुरस्कार विजेता को पुरस्कार स्वरूप एक लाख रुपये की नकद राशि, ताम्रफलक और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा.
के. श्रीनिवासराव ने बताया कि साहित्य अकादमी पुरस्कार 1 जनवरी, 2016 से 31 दिसंबर, 2020 के दौरान पहली बार प्रकाशित पुस्तकों पर दिया जाता है.
इन लेखकों को मिलेगा सम्मान
अंग्रेजी भाषा में अनुराधा रॉय को उनके उपन्यास ‘ऑल द लाइब्स वी नेवर लिव्ड’ इस वर्ष का साहित्य अकादमी पुरस्कार प्रदान किया जाएगा. पंजाबी भाषा में सुखजीत के कहानी संग्रह ‘मैं अयंघोष नहीं’, उर्दू भाषा के लिए अनीस अशफ़ाक के उपन्यास ‘ख़्वाब सराब’, बोडो में रश्मि चौधरी के कविता संग्रह ‘सानस्रिनि मदिरा’, मैथिली भाषा में अजित आजाद के कविता संग्रह ‘पेन ड्राइव में पृथ्वी’, मणिपुरी में कोइजम शांतिबाला कविता संग्रह ‘लेइरोन्नुंग’, ओडिआ में गायत्रीबाला पांडा के कविता संग्रह ‘दयानदी’, संस्कृत में जनार्दन प्रसाद पाण्डेय ‘मणि’ के कविता संग्रह ‘दीपमणिक्यम’, संताली में कजली सोरेन जगन्नाथ सोरेन के कविता संग्रह ‘साबरनका बालिरे सानन’ के नाम की घोषणा हुई है.
कामों का आकलन है साहित्य अकादमी पुरस्कार- बद्री नारायण
साहित्य अकादमी पुरस्कार की घोषणा पर प्रसिद्ध कवि बद्री नारायण ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बताया कि भारत की साहित्य की दुनिया में साहित्य अकादमी पुरस्कार सबसे बड़ा सम्मान है. इस सम्मान को प्राप्त करना वाकई हर्ष का विषय है. उन्होंने कहा कि साहित्य अकादमी पुरस्कार मिलने से लगता है कि उनके काम को एक मूल्य दिया गया है, एक सम्मान दिया गया है.
‘तुमड़ी के शब्द’ कविता संग्रह के बारे में बद्री नारायण ने बताया कि यह संग्रह राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित हुए है. उन्होंने बताया कि संग्रह की कविताएं आज के सामाजिक परिवर्तन का प्रतिबिंब हैं. हमारे समाज में, जीवन में, हमारे संबंधों में जो भी परिवर्तन हैं या आ रहे हैं, उनको प्रदर्शित करती हैं. ‘तुमड़ी के शब्द’ संग्रह में पाठक को मामूली आदमी का जो दार्शनिक लोक है, उसकी छवि दिखलाई देती है.
प्रसिद्ध कवि अरुण कमल बद्री नारायण के बारे में लिखते हैं- बद्री नारायण ने लगभग तीन दशकों की कविता-यात्रा में लोकशास्त्र और इतिहास से जो तत्त्व अर्जित किए, वे अब और भी परिपक्व, सान्द्र तथा बहुवर्णी हुए हैं. बद्री ने कविता और जीवन-परिवर्तन की अपनी परम्परा अन्वेषित और निर्मित की है. उन्होंने कविता रचते हुए भी रुक-रुककर खुद को देखा है.
भोजपुर, बिहार के रहने वाले बद्री नारायण को हिंदी कविता में विशिष्ट योगदान के लिए ‘भारत भूषण पुरस्कार’, ‘शमशेर सम्मान’, ‘स्पंदन सम्मान’ और ‘केदार सम्मान’ से सम्मानित किया जा चुका है. उनके कविता संग्रह सच सुने कई दिए हुए, शब्दपदीयम और खुदाई में हिंसा भी काफी चर्चित रहे हैं. बद्री नारायण हिंदी और अंग्रेजी में लिखते-रचते हैं.