हार्ट अटैक की समस्या दिनों दिन लगातार बढ़ती जा रही है। अब ज्यादा उम्र के लोगों की तुलना में कम उम्र के लोगों को हार्ट अटैक की समस्या ज्यादा पीड़ित कर रही है। लेकिन इसके बाद भी आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि दस में से केवल एक पीड़ित ही समय पर अस्पताल पहुंच पाता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि ज्यादातर लोग हार्ट अटैक के लक्षणों को पहचान ही नहीं पाते, वे उन्हें सामान्य सीने में दर्द की समस्या समझ लेते हैं, जिसके कारण इलाज मिलने में देरी हो जाती है और इनमें से अनेक लोगों की मौत हो जाती है।
हार्ट अटैक के मामलों में भी कुछ ऐसे लक्षण शामिल होते हैं, जो कुछ बेहद सामान्य परिस्थितियों में भी दिखाई पड़ते हैं। यही कारण है कि लोगों को समझने में गलती हो जाती है। जैसे चक्कर आना हार्ट अटैक के आने का एक महत्त्वपूर्ण पूर्व संकेत होता है, लेकिन कई बार कमजोरी होने, या समय पर खाना न खाने, या शुगर के कम-ज्यादा होने से भी होता है। ऐसे में लोगों को गलतफहमी हो जाती है कि उन्हें चक्कर आने का सही कारण क्या है।
इसी प्रकार सीने में जलन या हल्का दर्द कई बार खाने में एसिडिटी होने के कारण भी हो जाता है। लेकिन यह हार्ट अटैक का सबसे गंभीर लक्षण माना जाता है। कई बार लोग इसे एसिडिटी से जोड़ लेते हैं और घरेलू स्तर पर उपचार करने की कोशिश करने लगते हैं। ऐसे में जब तक पीड़ित की हालत बहुत गंभीर नहीं हो जाती, वे अस्पताल तक नहीं जाते और तब तक इलाज मिलने में देर हो जाती|