ग्रेटा थनबर्ग ने भारत के खिलाफ कैंपेन का प्लान ट्वीट करके किया डिलीट, कंगना बोलीं-सारे पप्पू एक ही टीम में

 पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करने वालीं ग्रेटा थनबर्ग ने भारत में किसानआन्दोलनके समर्थन में एक ट्वीट किया था, जिसे उन्होंने डिलीट कर दिया है। बुधवार को दिन भर भारत में ट्विटर ट्रेंड का हिस्सा रहीं ग्रेटा थनबर्ग अब ट्रोल हो रही हैं।

दरअसल ग्रेटा थनबर्ग ने एक गूगल डॉक्युमेंट फाइल शेयर की थी, जिसमें किसान आंदोलन के समर्थन में सोशल मीडिया कैंपेन का शेड्यूल शेयर किया गया था। यही नहीं इस फाइल को शेयर करते हुए ग्रेटा थनबर्ग ने टूलकिट शब्द का इस्तेमाल किया था, जिसके चलते वह निशाने पर आ गई हैं। 

उन्होंने एक डॉक्यूमेंट साझा किया था, जिसमें भारत सरकार पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने की कार्ययोजना साझा की गई थी। भले ही ग्रेटा ने गलती को समझते हुए अपना ट्वीट डिलीट कर दिया है, लेकिन तब तक कई जगहों पर उनकी फाइल का स्क्रीनशॉट शेयर होने लगा था। ग्रेटा थनबर्ग ने ट्वीट में भारत की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी को फासीवादी पार्टी तक करार दिया था।

उनके ट्वीट की इस भाषा को लेकर सवाल उठाया जा रहा है कि क्या वह भी प्रॉपेगेंडा का हिस्सा हैं। इस फाइल में 5 मुख्य बातें लिखी गई थीं, ऑन ग्राउंड प्रोटेस्ट में हिस्सा लेने पहुंचे। किसान आंदोलन के साथ एकजुटता प्रदर्शन करने वाली तस्वीरें ई मेल करें। ये तस्वीरें 25 जनवरी तक भेजें।

इसके अलावा डिजिटल स्ट्राइक #AskIndiaWhy के साथ फोटो/वीडियो मैसेज 26 जनवरी से पहले या 26 जनवरी तक ट्विटर पर पोस्ट कर दिए जाएं। 4-5 फरवरी को ट्विटर पर तूफान लाने की प्लानिंग, यानि किसान आंदोलन से जुड़ी चीजों, हैशटैग और तस्वीरों को ट्रेंड कराने की योजना।

इसके लिए तस्वीरें, वीडियो मैसेज 5 फरवरी तक भेज दिए जाएं. आखिरी दिन 6 फरवरी का होगा। एक अन्य तरीका बताते हुए लिखा गया था कि स्थानीय प्रतिनिधि से संपर्क करें। इससे भारतीय सरकार पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनेगा।

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