कोई उत्सव, जश्न या खेल का आयोजन तभी अच्छा लगता है जब माहौल भी अनुकूल हो। लेकिन देश में एक वर्ग ऐसा भी है जिसको कोई फर्क नहीं पड़ता है । जनता कितनी भी संकटों से क्यों न घिरी हो, उन्हें पैसा और मनोरंजन चाहिए । हम बात करेंगे आईपीएल टूर्नामेंट की ।
आज से चेन्नई में आईपीएल खेल का आगाज होने जा रहा है। यह खेल ऐसे समय में आयोजित किए जा रहे हैं जब पूरे देश भर में कोरोना वायरस को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। वैक्सीनेशन के बीच महामारी ने एक बार फिर वापसी कर ली है। इस बार उसकी रफ्तार पहले की तुलना में तेज है। यही वजह है कि देशभर में एक के बाद एक कई शहरों में धड़ाधड़ नाइट कर्फ्यू लगाए जा रहे हैं। इस बीच इंडियन प्रीमियर लीग के आयोजन पर सवाल उठ रहे हैं ।
हर दिन इस जानलेवा वायरस की चपेट में आकर सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा रहे हैं । तो दूसरी ओर ‘इस टूर्नामेंट के आयोजक और बीसीसीआई से जुड़े लोग गारंटी ले रहे हैं कि इस आईपीएल से महामारी को बढ़ावा नहीं मिलेगा’ । सबसे हैरानी तब होती है जब केंद्र सरकार इस खेल के आयोजन पर मौन धारण किए हुए है । देश में महामारी बेकाबू होती जा रही है।
ऐसे में जब आईपीएल मैच के दौरान खिलाड़ी चौके, छक्के जब लगाएंगे तब क्या देश ताली बजाते हुए नजर आएगा ? यह खेल का आयोजन सिर्फ उनके लिए जिनके आईपीएल में करोड़ों रुपए दांव पर लगे हुए होते हैं। खेल से जुड़ा खिलाड़ी लाखों-करोड़ों में बिकता है । यह एक ऐसा खेल है जिसमें खिलाड़ी और आयोजक सिर्फ अपने मुनाफे के लिए ही सोचते हैं ।
50 दिनों तक चलने वाले इस खेल से जुड़े लोग जश्न में सराबोर दिखाई पड़ते हैं । कोरोना संकटकाल के दौर में यह टूर्नामेंट कुछ महीनों के लिए टाला भी जा सकता था । अगर हम पिछले आईपीएल की बात करें तो अभी 5 महीने पहले ही यूएई में खेला गया था । फिर भी इस टूर्नामेंट को इतनी जल्दी करवाने की जरूरत क्या थी ? आईपीएल से जुड़े 14 और लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ गए हैं ।
इसके अलावा आईपीएल खेलने वाले कई खिलाड़ी भी पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके बावजूद इस खेल की रफ्तार में वैसे ही गति बनी हुई है। वैसे यह भी सच है कि इस खेल के आयोजन पर कुछ दिनों तक रोक लगाने के लिए कई कोशिशें की गई थी लेकिन बीसीसीआई और आईपीएल ठेकेदारों के दांवपेच भारी पड़ गए। यह आईपीएल उन खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों के लिए जरूर उत्सव का माहौल लेकर आया है, जो इसका बेसब्री से इंतजार करते हैं ।
छह शहरों में खेले जाएंगे आईपीएल मैच, मुंबई में टूर्नामेंट के आयोजन पर उठे सवाल–
कोरोना वायरस महामारी के बीच दुनिया की सबसे ग्लैमर से भरी क्रिकेट लीग आईपीएल के 14वें सीजन का आगाज आज से होने जा रहा है। पहले मुकाबले में पांच बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस का मुकाबला चेन्नई में आज शाम को रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु से होगा । बता दें कि इस साल आईपीएल का आयोजन छह शहरों मुंबई, अहमदाबाद, कोलकाता, चेन्नई, दिल्ली और बेंगलुरु में आयोजित किए जा रहे हैं।
लीग के पहले चरण के 20 मैच चेन्नई और मुंबई में होंगे, जबकि अगले चरण के मुकाबले अहमदाबाद और दिल्ली में 16 मुकाबले होंगे । इसके बाद लीग के अंतिम 20 मुकाबले बेंगलुरु और कोलकाता में खेले जाएंगे । टूर्नामेंट का फाइनल अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में होगा ।
बीसीसीआई दावा कर रहा है कि वह पिछले साल की तरह इस बार भी बिना किसी परेशानी के आईपीएल का आयोजन करवाने में कामयाब होगा। दूसरी ओर मुंबई में नाइट कर्फ्यू लगा हुआ है । महाराष्ट्र में आए दिन कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं, जिसके बाद ये सवाल उठने लगा है कि क्या आईपीएल के मैच मुंबई में क्यों आयोजित कराए जा रहे हैं ? मुंबई में यह लीग मैच न कराए जाने को लेकर उद्धव ठाकरे सरकार पर भी दबाव था ।
लेकिन इसके आयोजकों ने महाराष्ट्र सरकार को मना लिया । दबाव में आकर उद्धव ठाकरे ने आखिरकार आईपीएल मैचों के आयोजन के मुंबई में होने के लिए हरी झंडी दे दी । अब मुंबई में नाइट कर्फ्यू के दौरान रात 8 बजे के बाद भी प्रैक्टिस करने और टीमों को होटल तक जाने की अनुमति दे दी गई है।
इस खेल के आयोजन में शामिल होने के लिए देश और दुनिया के क्रिकेटर, अंपायर, मैच रेफरी और कमेंटेटर शामिल हो रहे हैं। बता दें कि कोरोना संक्रमण के मामले में जल्द ही भारत, ब्राजील को पीछे छोड़कर दूसरे स्थान पर आ सकता है।
देश में अभी रोजाना 1.25 लाख से ज्यादा संक्रमित सामने आ रहे हैं। ऐसे में बीसीसीआई और आईपीएल से जुड़ी फ्रेंचाइजियों को खिलाड़ियों और इससे जुड़े तमाम लोगों को कोरोना वायरस से बचाने की बड़ी चुनौती भी होगी ।