उत्तराखंड के चमोली जिले स्थित ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के पास आज सोमवार को पहले दिन कांग्रेसियों और ग्रामीणों ने जमकर बवाल किया। दीवालीखाल के पास पिछले कई दिनों से सड़क की मांग कर रहे ग्रामीणों और पुलिस के बीच तीखी नोंकझोक भी हुई। अपनी मांगों को मनवाने के लिए प्रदर्शनकारी और कांग्रेस कार्यकर्ता पुलिस से भिड़ गए।
मामले को संभालने के लिए पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर पानी की बौछार छोड़नी पड़ी। पानी की बौछार छोड़ने से नाराज आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। पत्थरबाजी में सोओ चोटिल हो गए है। ग्रामीणों की ओर से उग्र प्रदर्शन की वजह से क्षेत्र में तनाव का माहौल हो गया है।
उधर दूसरी ओर, जोशीमठ मुख्य चौराहे में कांग्रेसियों ने विधायक महेन्द्र भट्ट का पुतला जलाकर भाजपा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कांग्रेसियों ने कहा कि भाजपा हर मोर्चे पर विफल हो रही है और अपनी फजीहत छिपाने के लिए वे अब जिला पंचायत अध्यक्ष रजनी भंडारी पर झूठे आरोप लगा रहे हैं। कांग्रेसियों ने एसडीएम के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजकर निर्माण कार्य हेतु जारी विधायक निधियों की जांच एवं इनसे हुए निर्माणों की गुणवत्ता की भी जांच की मांग उठाई है।
कांग्रेसियों ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि जिपंअ रजनी भंडारी जो वर्ष 2014 में जब नन्दा राजजात हुई उस समय भी जिपंअ थी पर भाजपा निविदाओं में अनियमितता का आरोप लगा रही है। कांग्रेसियों ने कहा कि पूर्व में जिलाधिकारी चमोली ने इस बावत अपनी जांच कर भंडारी को निर्दोष पाया है। रैणी-तपोवन में आयी आपदा में भाजपा पूरी तरह से फेल साबित हुई है।