काफी दिनों से छिपते फिर रहे मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह को आखिरकार फरार घोषित कर दिया गया है. फिलहाल उनकी किस तारीख पर भी रोक लगा दी गई है. मंगलवार को परमबीर सिंह को वसूली केस में अब आधिकारिक तौर पर ‘फरार’ घोषित कर दिया गया है. कोर्ट के कई समन जारी होने के बाद भी वह अदालत के सामने पेश नहीं हुए.
मंगलवार को कोर्ट का एक नोटिस उनके जुहू स्थित फ्लैट के बाहर चिपका गया. इसमें परमबीर को ‘फरार’ घोषित कर दिया गया है. इस नोटिस के बाद भी अगर परमबीर सिंह 30 दिन के अंदर अदालत के सामने पेश नहीं होते हैं, तो उनकी संपत्ति को जब्त की जा सकती है.
हालांकि सोमवार को परमबीर सिंह की याचिका पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में उनके वकील ने बताया कि वह इसलिए छुपे हुए हैं, क्योंकि मुंबई पुलिस से उनकी जान को खतरा है.
उन्होंने बताया कि वह 48 घंटे के भीतर सीबीआई या कोर्ट में पेश होने के लिए तैयार हैं. वकील के इस खुलासे के बाद सुप्रीम कोर्ट ने परमबीर सिंह से जांच में सहयोग करने को कहा है. कोर्ट ने फिलहाल परमबीर सिंह की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है और उनसे पूरे मामले की जांच के दौरान सहयोग बरतने के निर्देश दिए हैं.
कोर्ट में उनके वकील ने कहा कि परमबीर को पूरे मामले में फंसाया जा रहा है. उन्होंने जिन अधिकारियों को भ्रष्ट आचरण के लिए दंडित किया है, उन्हीं को आज शिकायतकर्ता बनाया गया है. अब तक उनके खिलाफ छह मुकदमे दर्ज हो चुके हैं.