बलूचिस्तान में पैदा हुए और इंस्पेक्टर रहे अभिनेता राजकुमार की मौत हुए ढाई दशक का वक्त बीच चुका है, लेकिन आज भी उनके डायलॉग्स लोगों के जेहन में हैं। मदर इंडिया से लेकर पाकीजा तक कई हिट फिल्में देने वाले राजकुमार की बॉलीवुड में एंट्री भी काफी रोचक है। इंस्पेक्टर कुलभूषण पंडित का जन्म 8 अक्टूबर, 1926 को लोरालाई बलूचिस्तान में हुआ था।
वक्त, दिल एक मंदिर और काजल जैसी हिट फिल्में देने वाले राजकुमार ने रील लाइफ में दबंग रोल ही किए थे, लेकिन बहुत कम लोग ही जानते हैं कि निजी जिंदगी में भी वह दबंग ही थे। यहां तक कि एक बार उनसे विवाद में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था।
ऑस्कर के लिए नामित होने वाली भारत की पहली फिल्म ‘मदर इंडिया’ की रिलीज के बाद राजकुमार रातोंरात स्टार बन गए थे। 1957 में आई इस फिल्म में राजकुमार ने एक किसान का रोल प्ले किया था। उनके इस रोल को लोगों ने खूब पसंद किया था और वह स्टारडम के दौर में आ गए थे। प्रेमचंद के उपन्यास गोदान पर आधारित फिल्म में भी उन्होंने एक किसान का ही रोल किया था।
इसी दौर में एक दिन शाम को वह अपने डायरेक्टर दोस्त प्रकाश अरोड़ा और उनकी पत्नी के साथ इवनिंग ड्राइव पर निकले थे। इस बीच राजकुमार सड़क किनारे एक दुकान पर पान खाने के लिए रुके थे। वह जब अपने दोस्त के साथ खड़े थे तो वहां कुछ लोग आए और उन्हें परेशान करने लगे।
आखिर में राजकुमार का धैर्य जवाब दे गया और मारपीट शुरू हो गई। इस मारपीट में एक व्यक्ति की मौत हो गई और राजकुमार को अरेस्ट कर लिया गया। राजकुमार के खिलाफ यह मुकदमा करीब एक साल चला और वह बेदाग निकले। कहा जाता है कि पुलिस बैकग्राउंड से होने के चलते भी राजकुमार को इस केस में मदद मिली थी।