कृषि कानून के विरोध में किसान यूनियन के नेताओं ने उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान समेत कई राज्यों में किसान महापंचायत का आयोजन कर लिया है अब पश्चिम बंगाल में महापंचायत भी शुरू कर दी है। विभिन्न किसान संघों के संगठन संयुक्त किसान मोर्चा ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के किसानों और अन्य लोगों से आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को वोट नहीं देने की अपील की है ।
मोर्चा ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार को तीनों नए कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए मजबूर करेगी। बता दें कि भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत शनिवार को बंगाल पहुंचे। यहां वे कोलकाता के भवानीपोरा में आयोजित किसान महापंचायत में शामिल हुए। इसके बाद वे नंदीग्राम में भी किसान महापंचायत में हिस्सा लेंगे। टिकैत 14 मार्च को सिंगूर और आसनसोल में भी किसान महापंचायत करेंगे।
राकेश टिकैत ने कहा कि पूरी सरकार दिल्ली छोड़कर बंगाल में चुनाव प्रचार करने में व्यस्त है। इसीलिए हमारे सारे नेता भी यहां पहुंच गए हैं। सरकार किसानों से बात नहीं कर रही। उन्होंने कहा कि जब सरकार आंदोलन वापस नहीं ले लेती, हमारा आंदोलन जारी रहेगा।
बंगाल में राकेश टिकैट की हुंकार के बाद ममता बनर्जी जरूर गदगद हैं, क्योंकि अब दीदी को कृषि कानून के बिल पर भी भाजपा सरकार को घेरने का मौका मिल गया है । वहीं दूसरी ओर संयुक्त किसान मोर्चा के नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि हम किसी भी पार्टी का समर्थन नहीं कर रहे हैं या लोगों से यह नहीं कर रहे हैं वे किसे वोट दें लेकिन हमारी एकमात्र अपील है कि भाजपा को सबक सिखाया जाए।
यहां हम आपको बता दें कि 26 नवंबर 2020 से कई किसान संगठन केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर जमे हुए हैं। किसानों और सरकार के बीच कई दौर की बातचीत भी हो चुकी है, लेकिन इस मसले का कोई हल नहीं निकल सका।
जिसके बाद अब किसान मोर्चा ने चुनावों में भाजपा के खिलाफ लोगों से वोट देने की अपील की है । ऐसे में ये देखने वाली बात होगी कि राकेश टिकैत और अन्य किसान नेता इन चुनावों के परिणाम पर कितना असर