रुद्रपुर। विगत दिनों दिल्ली में हुई कृषि विधेयक बिल के खिलाफ ट्रैक्टर रैली में शामिल युवा किसान नवरीत सिंह की मौत पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने अफसोस जताते हुए मृतक के परिजनों से मुलाकत की। रुद्रपुर दौरे पर आये पूर्व सीएम रावत सुबह पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ यूपी के गांव डिबडिबा पहुंचे और परिवार से मुलाकात कर सांत्वना दी है।
उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में जहां किसान व कांग्रेस उनके परिवार के साथ खड़ा है। वहीं युवा किसान के शहीद होने का गम भी है। इस मौके पर पूर्व मंडी समिति अध्यक्ष अरुण कुमार पांडेय, संदीप चीमा, हरभजन सिंह विर्क, मदन मोहन शर्मा, प्रीत ग्रोवर आदि मौजूद थे।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि कृषि विधेयक बिल को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसानों की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए और किसान, समाज व खेती के उत्थान के लिए किसान विरोधी बिल को रद कर देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने किसानों के सामने विधेयक में संशोधन करने और डेढ़ साल तक बिल को टालने का प्रस्ताव रखकर मान लिया है कि विधेयक में किसान विरोधी खामियां है। ऐसे में आंदोलित किसानों की आवाज को दबाने की बजाय केंद्र्र सरकार को वार्ताओं का दौर छोड़कर सीधे तौर पर तीनों कानूनों को समाप्त करना ही किसान व समाज हित में होगा।