22 मार्च को बैड़ीखत्ता ज्वाहर ज्योति दमुवाढूंगा निवासी रेनू आर्य ने काठगोदाम थाने में प्राथमिकी कराई थी उसका कहना था कि उसके पति महेश चंद्र आर्य प्राइवेट जाब करते थे। देवर भुवन चंद्र अक्सर उससे व पति से गालीगलौज व मारपीट करता था। साथ ही देवर नशे का आदी हो चुका है और संपत्ति हड़पने की फिराक में रहता है। 21 मार्च को देवर नशे में धुत होकर आया और घर पर तोड़फोड़ कर पति का गला दबाकर घायल कर दिया।
पति की हालत बिगड़ने पर बेस अस्पताल लाया गया। जहां से उन्हें डा. सुशीला तिवारी अस्पताल व फिर राममूर्ति अस्पताल बरेली रेफर कर दिया गया था। लेकिन रविवार को पति ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। वही काठगोदाम एसओ प्रमोद पाठक ने बताया कि पूर्व में दर्ज मारपीट और अन्य धाराओं को गैर इरादतन हत्या में बदला गया है।