कुंभ मेले को लेकर रेलवे पूरी तरह से तैयार है। हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधाओं को लेकर सभी तैयारियां पूर कर ली गई हैं। वहीं रेलवे लाइन दोहरीकरण से अब कुंभ के दौरान यात्रियों को ट्रेनों का ज्यादा देर तक इंतजार भी नहीं करना पड़ेगा।
वर्तमान में चल रही 18 जोड़ी ट्रेनों की संख्या राज्य सरकार की एनओसी मिलने पर बढ़ाई जाएगी। हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर कुंभ को देखते हुए पांच हजार से अधिक यात्रियों के ठहरने के लिए व्यवस्था की जा रही है।
इससे पहले रेलवे स्टेशन के सौंदर्यीकरण के साथ ही मेला प्लेटफार्म के पास एक और प्लेटफार्म तैयार कर दिया गया है। यात्रियों को स्टेशन में प्रवेश करने और बाहर आने के लिए अलग से बड़े तीन द्वारों का निर्माण किया गया।
यात्रियों के आने-जाने के लिए पुरुषार्थी मार्केट से निर्मला छावनी और जोड़ने के लिए फुटओवरब्रिज तैयार हो गया। कुंभ से पहले लक्सर से हरिद्वार तक रेल लाइन दोहरीकरण का काम भी पूरा कर लिया गया।
जबकि ज्वालापुर का उच्चीकरण करने के साथ ही मोतीचूर रेलवे स्टेशन पर भी यात्री सुविधाओं को बढ़ाया गया है। कुंभ से पहले-पहले रेलवे ने अपनी सभी तैयारी पूरी कर ली है। केवल अब ट्रेनों की संख्या बढ़ाने के लिए रेलवे उत्तराखंड सरकार की एनओसी का इंतजार कर रहा है।
वर्तमान में चल रही 18 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों के बाद राज्य सरकार के एनओसी जारी करने के बाद ही ट्रेनों की संख्या बढ़ेगी।
अंडरपास बनने से मिली राहत:रेलवे ने कुंभ से पहले ही टिबड़ी और ज्वालापुर रेलवे फाटक को अंडरपास में तब्दील कर दिया है। अब ट्रेनों के आवगमान के चलते बार-बार फाटक बंद और खोलना नहीं पड़ेगा।
कुंभ को लेकर रेलवे पूरी तरह से तैयार है। सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। फिलहाल 18 जोड़ी ट्रेनें संचालित हो रही हैं। कुंभ में अगर राज्य सरकार ट्रेनों की संख्या बढ़ाने के लिए एनओसी देगी तो संख्या बढ़ाई जाएगी।