रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को युवाओं के लिए अग्निपथ स्कीम के तहत 4 साल सेना में भर्ती के लिए एलान किया था. शाम होते-होते सरकार की इस योजना पर सवाल भी उठने लगे. टीवी डिबेट के दौरान कई पूर्व सेना अधिकारी केंद्र सरकार के अग्निवीर पर कई खामियां भी बताते हुए नजर आए. आज सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का बिहार में विरोध शुरू हो गया है. अग्निवीरों के लिए अग्निपथ योजना की घोषणा करने अगले ही दिन यानी बुधवार को जगह-जगह प्रदर्शन शुरू हो गया है. अभ्यर्थियों ने बक्सर में रेलवे ट्रैक जाम किया तो मुजफ्फरपुर के माड़ीपुर में टायर जलाकर सड़क जाम कर दिया. इसके अलावा आरा में भी जमकर हंगामा किया. इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिस ने अभ्यर्थियों को समझाने का भी प्रयास किया, लेकिन वे फिलहाल अपनी मांगों पर अड़े हैं. वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ने भी ट्वीट करते हुए इस भर्ती प्रक्रिया के लिए युवाओं से राय मांगी है.
बता दें कि अग्निपथ भर्ती योजना’ के तहत युवाओं को चार साल की अवधि के लिए सेना में शामिल होने का मौका मिलेगा. साढ़े 17 साल से 21 साल के युवा लड़के और लड़कियां इसके लिए पात्र होंगे. इसके लिए 10वीं से लेकर 12वीं तक के छात्र आवेदन कर सकेंगे. इसकी शुरुआत 90 दिन के भीतर हो जाएगी. इस साल 46 हजार अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी. पहली भर्ती प्रक्रिया में युवाओं को छह महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी. ट्रेनिंग का समय भी चार साल में शामिल होगा. हर अग्निवीर को भर्ती के साल 30 हजार महीने तनख्वाह मिलेगी. इसमें से 70 फीसदी यानी 21 हजार रुपये उसे दिए जाएंगे. बाकी 30 फीसदी यानी नौ हजार रुपये अग्निवीर कॉर्प्स फंड में जमा होंगे. इस फंड में इतनी ही राशि सरकार भी डालेगी. दूसरे साल अग्निवीर की तनख्वाह बढ़कर 33 हजार, तीसरे साल 36.5 हजार तो चौथे साल 40 हजार रुपये हो जाएगी.