मानसून सीजन में वर्षा का दौर छठे दिन जारी रहा और जलभराव की जो स्थिति पहले थी, उसमें जरा भी कमी नहीं आई। जिसका मतलब यह हुआ कि जलभराव की स्थिति पर काबू पाने में हमारी मशीनरी असमर्थ है और किसी तरह बचाव के उपाय किए जा रहे हैं। शहर में तमाम जगह मुख्य सड़कें पानी में डूबी रहीं तो आइएसबीटी और इसी दिशा वाले शिमला बाईपास रोड क्षेत्र में जलभराव की स्थिति काबू से बाहर दिखी।
आइएसबीटी क्षेत्र में जलभराव की स्थिति गहराने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को इस क्षेत्र का निरीक्षण किया था। हालांकि, यहां जलभराव का कारण अत्यधिक वर्षा के साथ अधिकारियों की अनदेखी भी है। लिहाजा, बुधवार की वर्षा में भी इस क्षेत्र में जरा भी राहत नहीं दिखी। क्योंकि, मुख्यमंत्री के दौरे के बाद सक्रिय हुई मशीनरी के लिए अल्प समय में नाले की स्थिति में सुधार कर पाना संभव ही नहीं है।
बुधवार को दिनभर आइएसबीटी फ्लाईओवर की दायीं तरफ की सर्विस लेन चार फीट तक पानी में डूबी रही और वाहन चालकों समेत राहगीरों को यहां से गुजरने में भारी परेशानी उठानी पड़ी। आइएसबीटी के प्रवेश मार्ग से लेकर पार्किंग वाले भाग में भी बड़ी मात्रा में पानी भर गया। शिमला बाईपास के भूड़पुर क्षेत्र में नहर का पुश्ता टूट जाने के बाद पानी निरंतर आसपास के घरों में घुस रहा है। इसके चलते एसडीआरएफ तीन परिवारों को अन्यत्र भी शिफ्ट कर चुकी है।
लगातार हो रही वर्षा से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बुधवार को आपदा नियंत्रण कक्ष में कुल चार शिकायतें आई हैं। जबकि नगर निगम आपदा नियंत्रण कक्ष में 25 शिकायतें आई हैं। आपदा नियंत्रण कक्ष की ओर से संबंधित विभागों को निस्तारण के लिए भेज दिया गया है।