राज्य कर विभाग (एसजीएसटी) की विशेष अनुसंधान शाखा की दून इकाई ने शुक्रवार को रेस्टकैंप स्थित एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के दफ्तर पर छापा मारा. जांच के दौरान 5.60 करोड़ की कर चोरी पकड़ी गई.
जांच दल में विशेष अनुसंधान शाखा के उपायुक्त यशपाल सिंह, सहायक आयुक्त जयदीप सिंह रावत और निरीक्षण संगीता बिजल्वाण शामिल थे. फर्म ने कर कम अदा करना स्वीकारते हुए करीब एक करोड़ 62 लाख रुपये का जीएसटी जमा कराई. शेष करीब चार करोड़ की राशि जमा कराने को लेकर कार्रवाई चल रही है.
उपायुक्त यशपाल सिंह ने बताया कि जीएसटी लागू होते समय ठेकेदारों के टीडीएस काटने की व्यवस्था नहीं थी. यह व्यवस्था अक्तूबर 2018 में लागू हुई. इसका फायदा उठाकर कई ठेकेदारों ने 15 महीने की समयावधि में सरकारी विभागों से मिली राशि को उजागर नहीं करते हुए जीएसटी जमा नहीं कराई. ऐसे मामलों की जांच चल रही है. जल्द और भी मामले उजागर किए जाएंगे.