मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने शुक्रवार को सचिवालय में सीएम मॉनिटरिंग डैशबोर्ड के सम्बन्ध में बैठक ली। मुख्य सचिव ने सभी विभागाध्यक्षों को प्रत्येक पखवाड़े में इसकी मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नोडल अधिकारी स्तर पर प्रत्येक सप्ताह इसकी मॉनिटरिंग की जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि शीघ्र ही सीएम डैशबोर्ड, जिला स्तर पर भी क्रियान्वित की जाएगी। उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को अपनी समस्याओं अथवा सुझावों से शीघ्रातिशीघ्र अवगत कराए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि सीएम डैशबोर्ड अधिक से अधिक सिटिजन सेंट्रिक बनाया जाना चाहिए।
मुख्य सचिव ने सिटिजन एंगेजमेंट डैशबोर्ड में जनसाधारण के फीडबैक हेतु ऑप्शन रखे जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने सभी विभागों को सिटिजन फीडबैक का जवाब 15 दिन के अंदर दिए जाने के भी निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि विभागों द्वारा मासिक डाटा वेलिडेशन अवश्य किया जाए
इसके साथ ही, सभी विभागों को 25 दिसंबर, 2020 तक ई-ऑफिस सिस्टम से जुड़ना है, इसके लिए सभी विभाग ई-ऑफिस से जुड़ना सुनिश्चित करें। जिन्हें भी कोई समस्या आ रही है, उनके लिए ट्रेनिंग आयोजित करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि शुरुआत में विभागों को थोड़ी बहुत समस्याएं आ सकती है, परन्तु इसके अच्छे एवं दूरगामी परिणाम आएंगे। यह पारदर्शिता की ओर एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
सचिव मुख्यमंत्री राधिका झा ने बताया कि वर्ष 2017 में मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में सीएम डैशबोर्ड लॉन्च किया गया था। जिसे वर्ष 2021 में जिला स्तर तक क्रियान्वित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सीएम डैशबोर्ड में 205 केपीआई, 86 राज्य स्तरीय प्राथमिकताएं एवं 48 प्रायोरिटी प्रोग्राम निर्धारित किए गए हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के आई.टी. सलाहकार रवीन्द्र दत्त पेटवाल, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, मनीषा पंवार, सचिव आर. के. सुधांशु,अमित सिन्हा, सौजन्या, सुशील कुमार सहित अन्य विभागीय उच्चाधिकारी उपस्थित थे।