काशी को दुल्हन की तरह सजाया गया है. पूरे शहर में भगवा लहरा रहा है।अयोध्या में प्रभु श्रीराम मंदिर की तर्ज पर शिव की नगरी काशी भी धार्मिक और सांस्कृतिक के साथ विश्वस्तरीय विराट रूप में आने के लिए तैयार है. आज भारतीय जनता पार्टी 13 दिसंबर को ऐतिहासिक बनाने जा रही है. जगह उत्तर प्रदेश के बाबा विश्वनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी है. विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने काशी से धर्म के क्षेत्र में अपना एक और मजबूत एजेंडा तैयार कर लिया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंच रहे हैं. पीएम मोदी यहां दोपहर करीब 2: 30 बजे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण करेंगे. इसके साथ पीएम मोदी का उनके संसदीय क्षेत्र से ड्रीम प्रोजेक्ट भी पूरा हो रहा है. खास बात यह है कि प्रधानमंत्री के साथ सभी भाजपा शासित 12 राज्यों के मुख्यमंत्री भी इस धार्मिक आयोजन के गवाह बनेंगे. बता दें कि काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर लगभग बनकर तैयार है. यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है, जिसकी शुरुआत उन्होंने मार्च 2019 में की थी. इसके करीब पौने तीन साल बाद अब प्रधानमंत्री मोदी बाबा काशी विश्वनाथ गलियारे का उद्घाटन करने जा रहे हैं. काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद शहर में देव दीपावली जैसा नजारा होगा.
इसमें काशी के अर्द्धचंद्राकार घाटों पर दीपमाला सजाई जाएगी और देवों का काशी की धरा पर स्वागत किया जाएगा. कॉरिडोर लोकार्पण का कार्यक्रम बहुत ही भव्य होने वाला है. इसके तहत एक महीने तक काशी में सांस्कृतिक कार्यक्रम चलेंगे. पीएम शाम को रोबोट से गंगा आरती में शामिल होंगे. प्रधानमंत्री के साथ सभी भाजपा के मुख्यमंत्री और नेता भी होंगे. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के अलावा भी पीएम मोदी कई विकास योजनाओं का लोकार्पण करने आ रहे हैं. बता दें कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर लोकार्पण के दौरान पूरे एक माह तक काशी में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि एक हजार साल बाद यह मंदिर एक धाम में परिवर्तित हो जाएगा. उत्तर प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के लिए बाबा विश्वनाथ कॉरिडोर एक और उपलब्धि में जुड़ने जा रहा है.
–शंभू नाथ गौतम