उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में एक 21 वर्षीय दलित महिला के साथ कथित रूप से बलात्कार किया गया और मामले को दबाने के लिए उसे 2.5 लाख रुपये का भुगतान करने के लिए मजबूर किया गया। यह घटना अगस्त 2023 की है, जब महिला और उसके परिवार को पंचायत बुलाकर यह राशि स्वीकार करने के लिए दबाव डाला गया।
इसके बाद, महिला के परिवार ने उत्पीड़न से बचने के लिए स्थान बदलने का प्रयास किया और उसकी शादी की योजना बनाई। लेकिन आरोपी ने उसके मंगेतर को यौन उत्पीड़न का एक वीडियो भेज दिया, जिससे शादी रद्द हो गई। आरोपी के परिवार ने फिर पैसे की मांग की और महिला के परिवार के साथ दुर्व्यवहार किया।
पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है, जिसमें बलात्कार, हमला और आपराधिक धमकी जैसे आरोप शामिल हैं। यह घटना भारत में दलित महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों और न्याय प्रणाली में व्याप्त असमानताओं को उजागर करती है। मानवाधिकार संगठनों के अनुसार, दलित महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा अक्सर उनके उत्पीड़न और चुप्प रहने के लिए एक उपकरण के रूप में उपयोग की जाती है।