उत्तराखंड की राजनीति में हलचल मची हुई है। पिछले साल मार्च के महीने में भी कुछ ऐसे ही हुई थी। इस बार भी हलचल मची हुई थी नेतृत्व परिवर्तन को लेकर जिसे विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने खारिज कर दिया है।
वह मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ दिल्ली दौरे पर मौजूद रहे हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सोमवार को राज्यसंभा सांसद अनिल बलूनी और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की।
इसके बाद पत्रकारों से बात करने के लिए पहुंचे मुन्ना सिंह चौहान ने सभी अटकलों को खारिज किया। उन्होंने कहा कि त्रिवेंद्र सिंह रावत की मुख्यमंत्री रहेंगे और 2022 का चुनाव भी उन्हीं के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। चौहान ने सीएम के प्रति असंतोष संबंधी खबरों को खारिज किया।
उन्होंने कहा कि सीएम के खिलाफ कोई असंतोष नहीं है और मंगलवार को विधायक दल की बैठक भी नहीं बुलाई गई है। उन्होंने कहा कि नीतिगत मामले में पार्टी का संसदीय बोर्ड निर्णय लेता है। संसदीय बोर्ड के निर्णय की जानकारी हमें नहीं है।
विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने कहा है कि सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत मंगलवार को दिन में लगभग ग्यारह बजे के करीब देहरादून पहुंचेंगे। पार्टी में कोई नाराजगी का मसला नहीं है। हर कई पहले की तरह ही काम कर रहे हैं और आगे भी करता रहेगा। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत शाम सवा नौ बजे के करीब जेपी नड्डा से मिलने के लिए पहुंचे थे।
दोनों के बीच तकरीबन आधे घंटे के आसपास बातचीत हुई। इसके बाद सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री आवास में वापस चले आए। बता दें कि नेतृत्व परिवर्तन की खबरे पिछले साल भी सामने आई थी। इस बार फिर से ऐसी अटकले सामने आई थी पर राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी और प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत इन बातों से इनकार कर चुके हैं।