ब्रिटेन और अमेरिका समेत कई देशों में कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत हो चुकी है. भारत में भी कोरोना वैक्सीन के आने का बेसब्री से इंतजार है. वैक्सीन के आने से पहले भारत दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की तैयारी करने में जुटा है. आज से भारत में वैक्सीन का 48 घंटे तक बड़ा मॉक ड्रिल शुरू हो रहा है.
भारत में कोरोना वैक्सीन के काउंटडाउन शुरु होते ही तैयारी की रफ्तार कई गुना बढ़ गई है. कोरोना वैक्सीनेशन का माइक्रो प्लान बनकर तैयार है. सरकारी अधिकारी और अभियान से जुड़ा पूरा चक्र दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की तैयारी करने में जुटा है.
अगर इसको सिलसिलेवार समझें तो ये एक मॉक ड्रिल प्रक्रिया है, जिसमें टीका देने को छोड़कर सभी चीजों का परीक्षण किया जाएगा.
इस अभ्यास के तहत टीके की आपूर्ति करना, जांच रसीद और आवश्यक डेटा डालना, वैक्सीन प्रक्रिया से जुड़े दल के सदस्यों की तैनाती करना, एक दूसरे के बीच दूरी बनाने की व्यवस्था को परखना, कोल्ड स्टोरेज का परीक्षण करना शामिल होगा.
ड्रिल जिला अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, निजी अस्पतालों में आयोजित किया जाएगा. यानी इस मॉक ड्रिल के नतीजों से आगे की पूरी वैक्सीनेशन प्लान की तैयारी पर असर पड़ेगा. इस ड्रिल के हिस्सा बनने वाले राज्य इसको लेकर बहुत गंभीर हैं.
सभी राज्यों में वैक्सीन के स्टोरेज, वितरण और टीकाकरण को लेकर तैयारियां आखिरी दौर में हैं. वैक्सीन की कोल्ड चेन को बनाए रखने के लिए डीप फ्रीजर और दूसरे साधनों का इंतजाम किया जा रहा है. वैक्सीनेशन ड्राइव को अंजाम देने के लिए चुने गए स्वास्थ्यकर्मियों को ट्रेनिंग दी जा रही है.