कोविन एप में नया विकल्प मिला है। टीकाकरण वाले दिन अगर शत प्रतिशत लक्ष्य पूरा नहीं होता है और टीकाकरण का समय बचता है तो उन्हें भी बुलाया जा सकता है जिन्हें अगले दिन टीका लगना है।
एक दिन में तीन सौ लोगों को तीन केंद्रों पर कोविड का टीका लगाया जा रहा है। अभी तक कोविन एप से टीकाकरण करने वालों की सूची निकलती थी और उन्हीं के टीका लगाया जाता है। इस कारण शत प्रतिशत टीकाकरण नहीं हो पाया है।
एसीएमओ डॉ. रश्मि पंत ने बताया कि तीन दिन में तीन सौ लोगों को टीका लगाया जाना है। अगर उस दिन केंद्र पर सौ लोग नहीं पहुंच पाते हैं और टीकाकरण का समय शेष रहता है तो अगले दिन जिन्हें टीका लगना है उन्हें टीकाकरण के लिए बुलाया जा सकता है। साथ ही उस दिन छूटे लोगों से संपर्क करके उन्हें आगे टीका लगाया जा सकता है।
प्रदेश के 34 बूथों पर आज लग रही स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन
बुधवार को स्वास्थ्य कर्मचारियों के टीकाकरण के लिए कोरोना वैक्सीन की दूसरी खेप उत्तराखंड पहुंच गई। पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट से प्रदेश को 92500 वैक्सीन की डोज और मिली है। सरकारी और निजी अस्पतालों में कार्यरत 87588 स्वास्थ्य कर्मियों के हिसाब से राज्य को वैक्सीन दी गई है। आज प्रदेश के 34 बूथों पर वैक्सीन लगाई जा रही है।
प्रदेश को पहली खेप में 1.13 लाख कोविशील्ड वैक्सीन मिली थीं। इन्हें केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार जिलों को भेजा गया था। जबकि दूसरी खेत में 92500 वैक्सीन मिली हैं। इससे दो डोज को मिला कर 40 हजार स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन की खुराक दी जाएगी।
पहले चरण में वैक्सीन लगवाने के लिए प्रदेश भर के सरकारी व निजी अस्पतालों में कार्यरत 87588 स्वास्थ्य कर्मियों का डाटा तैयार किया गया है। राज्य कोविड कंट्रोल रूम के चीफ आपरेटिंग आफिसर डॉ. अभिषेक त्रिपाठी ने बताया कि वर्तमान में सभी जिलों के पास 50 हजार हेल्थ वर्करों को दो डोज के हिसाब से वैक्सीन उपलब्ध है।