देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार अब काफी कम हो चुकी है. इस महामारी ने लोगों को काफी परेशान किया लेकिन अब इससे छुटकारा मिलने का वक्त नजदीक आ चुका है.
पीएम मोदी आज खुद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोरोना वैक्सीनेशन ड्राइव की शुरुआत करने वाले हैं. ऐसे में हम आपको इस टीकाकरण अभियान से जुड़ी 10 बड़ी बात…
सुबह 10:30 बजे शुरू होगा टीकाकरण अभियान
पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे. जिसके बाद पीएम मोदी वैक्सीन लगाने वाले हेल्थ वर्कर्स से बातचीत भी करेंगे. इस बातचीत को देश के 3006 वैक्सीन सेंटर पर लोग देख सकते हैं.
सबसे पहले एक करोड़ 60 लाख कर्मचारियों को टीका लगेगा जो जरूरी सेवाओं से जुड़े हैं. इनमें 51 लाख 82 हजार से ज्यादा हेल्थकेयर वर्कर्स, 4 लाख 31 हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मी, 1 करोड़ 3 लाख 66 हजार सोशल वर्कर्स और 1 लाख 5 हजार से ज्यादा पोस्टल सेवाओं से जुड़े कर्मचारी शामिल हैं
टीकाकारण अभियान के लिए सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कुल 3006 वैक्सीनेशन सेंटर्स बनाए गए हैं. पहले दिन करीब 3 लाख हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन दी जाएगी. यानी पहले दिन सभी सेंटर्स पर 100 लाभार्थियों को टीका लगाया जाएगा. टीकाकारण का समय सुबह 9 बजे शाम 5 बजे तक है.
COVID-19 महामारी, वैक्सीन रोलआउट और Co-WIN सॉफ़्टवेयर से संबंधित सवालों के लिए एक 24×7 कॉल सेंटर- 1075 भी स्थापित किया गया है.
केंद्र सरकार की ओर से जारी निर्देश के मुताबिक, कोरोना वैक्सीन फिलहाल केवल 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों को ही लगाई जानी है.
प्रेग्नेंट और स्तनपान कराने वाली महिलाएं अब तक किसी भी कोविड-19 वैक्सीन के क्लिनिकल परीक्षण का हिस्सा नहीं रही हैं. जो महिलाएं गर्भवती हैं या अपनी गर्भावस्था के बारे में सुनिश्चित नहीं हैं; और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इस समय कोविड-19 वैक्सीन नहीं दी जाएगी.
दूसरी खुराक उसी वैक्सीन की होनी चाहिए जिसमें पहली डोज ली गई थी यानी कि वैक्सीन के इंटरचेंजिंग की अनुमति नहीं है.
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया है कि को-विन ऐप के तहत 80 लाख लाभार्थियों का पहले से ही रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है.
Covid-19 वैक्सीन लगवाने के लिए कोविन प्लेटफॉर्म पर रजिस्टर्ड होना अनिवार्य है. कोरोना टीकाकारण कार्यक्रम के दौरान वैक्सीन लगवाने के लिए एक फोटो आईडी साथ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा.