राज्य में कोरोना के 162 नए मरीज मिले और चार संक्रमितों की मौत हो गई। इसके साथ ही राज्य में कुल मरीजों की संख्या 95354 हो गई है और मरने वालों का आंकड़ा 1626 पहुंच गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार गुरुवार को अल्मोड़ा में चार, बागेश्वर में एक, चमोली में दो, चम्पावत में एक, देहरादून में 67, हरिद्वार में 21, नैनीताल में 54, पिथौरागढ़ में तीन, रुद्रप्रयाग में एक, टिहरी में दो, यूएस नगर में चार जबकि उत्तरकाशी जिले में दो मरीजों में कोरोना संक्रमण पाया गया।
एम्स ऋषिकेश में भर्ती दो, कैलाश अस्पताल में एक जबकि हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में भर्ती एक संक्रमित की मौत हो गई। राज्य में कोरोना से संक्रमित 283 लोगों को गुरुवार को अस्पतालों से डिस्चार्ज किया गया। इससे अभी तक ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 90547 हो गई है। जबकि 1876 लोगों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। राज्य में कोरोना रिकवरी रेट बढ़कर 95 प्रतिशत के करीब पहुंच गई है। जबकि संक्रमण दर घटकर 4.70 रह गई है। राज्य के विभिन्न अस्पतालों से 12 हजार से अधिक सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। 10 हजार के करीब सैंपलों की रिपोर्ट आई है जबकि 13 हजार का परिणाम आना बाकी है।
राज्य में 2087 स्वास्थ्य कर्मियों का हुआ टीकाकरण देहरादून। राज्य में गुरुवार को 2087 स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण किया गया। प्रदेश के 34 स्थानों पर बनाए गए टीकाकरण बूथों पर कुल तीन हजार के करीब स्वास्थ्य कर्मियों को टीकाकरण होना था जिसमें से दो हजार के करीब स्वास्थ्य कर्मी टीकाकरण के लिए पहुंचे। टीकाकरण अभियान की शुरूआत के बाद से राज्य में अभी तक कुल 8206 स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण किया जा चुका है। हालांकि टीकाकरण के लिए लोगों के कम आने से यह संख्या लक्ष्य से कम बताई जा रही है। विदित है कि राज्य में 16 जनवरी से कोरोनो टीकाकरण अभियान की शुरूआत हुई थी।
सरकार ने सप्ताह में चार दिन राज्य में टीकाकरण का निर्णय लिया है। इसके तहत अभी तक कुल चार दिनों में आठ हजार ही स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण हो पाया है। राज्य में कोरोना टीकाकरण के नोडल अफसर डॉ केएस मार्तोलिया ने बताया कि केंद्र सरकार ने कोविन पोर्टल में बदलाव कर उन लोगों के नाम रिमूव करने की सुविधा दी थी जो टीकाकरण के लिए नहीं पहुंच रहे। लेकिन गुरुवार को ऐसे कई नाम रिमूव करने के बावजूद फिर से उन्हीं लोगों को मैसेज चले गए।
उन्होंने बताया कि पुराने लोगों को एसएमएस चले जाने की वजह से राज्य में टीकाकरण का प्रतिशत लक्ष्य से कुछ कम है लेकिन अन्य राज्यों के मुकाबले में राज्य में काफी अधिक स्वास्थ्य कर्मी टीकाकरण के लिए पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोविन पोर्टल की तकनीकी खामियों को दूर किया जा रहा है। जल्द ही राज्य में टीका लगाने वालों की तादात में इजाफा होगा।