दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना के तेज़ी से बढ़ते मामलों के मद्देनजर समीक्षा बैठक बुलाई है. आज दोपहर 12 बजे समीक्षा बैठक होगी. बैठक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अलावा स्वास्थ्य मंत्री, मुख्य सचिव और स्वास्थ्य सचिव शामिल होंगे. रविवार को दिल्ली में कोरोना के नए मामलों ने नया रिकॉर्ड बनाया. 10,774 नए मामले सामने आए.
बता दें कि कोरोना की नई लहर बेकाबू होती जा रही. राजधानी में कोरोना का मामले हर रोज नए रिकॉर्ड बना रहे हैं. हर रोज महामारी और पैर पसारती जा रही है. 10 दिन ने कोरोना ने जो रफ्तार पकड़ी, उससे तो लगने लगा है कि कहीं राजधानी महाराष्ट्र की राह पर तो नहीं है.
दिल्ली में 24 घंटे में कोरोना के साढ़े 10 हजार से ज्यादा केस सामने आए, जबकि 48 लोगों की इस महामारी से मौत हो गई. पिछले नवबंर में जब कोरोना पीक पर था. तब भी एक दिन में इतने केस नहीं आए थे. पिछले साल 11 नवंबर को तक कोरोना के मामले साढ़े 8 हजार से ज्यादा थे. उस दिन मौत के आंकड़े जरूर काफी ज्यादा थे.
अगर दिल्ली में पिछले 5 दिनों में कोरोना की रफ्तार देखें तो ये डरावनी है. 7 अप्रैल को एक दिन में साढ़े हजार कोरोना के केस आए थे, जो 5 दिन में ही करीब डबल हो गए. यही हाल मौत के आंकड़ों का भी है. 7 अप्रैल को जहां 20 लोगों की मौत हुई, जो 11 अप्रैल को बढ़ कर 48 तक जा पहुंची.
दिल्ली में 30 अप्रैल तक नाइट कर्फ्यू है. सभी तरह के बड़े इवेंट और बड़ी गैदरिंग पर रोक है. महाराष्ट्र से आने वालों लोगों को निगेटिव आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट दिखाना ज़रूरी है. बिना निगेटिव रिपोर्ट के महाराष्ट्र से आने वाले लोगों को 14 दिन क्वारनटीन में रहना होगा. दिल्ली में सभी स्कूल कॉलेज, कोचिंग सेंटर बंद किए गए.