लखनऊ और उसके आसपास के जिलों में कोरोना की वजह से हो रही मौतों के बाद दाह संस्कार के लिए बड़ी संख्या में शव श्मशान घाट पहुंच रहे हैं। इसकी वजह से लोगों को अपनी बारी के लिए लंबी लाइन लगानी पड़ रही है। देश खौफनाक मंजर देख रहा है।
मरने के बाद भी दाह संस्कार करने के लिए जगह कम पड़ती जा रही है । कोरोना वायरस की स्थिति बेकाबू होने से मौतों का आंकड़ा हर दिन रिकॉर्ड तोड़ रहा है। विद्युत शवदाह गृहों में मशीनों की हालत खराब है। शवों को जलाने के लिए 8 से 10 घंटों की वेटिंग चल रही है।
यूपी की राजधानी लखनऊ में महामारी का कहर ऐसा है कि अस्पताल का निरीक्षण करने गए जिलाधिकारी भी डॉक्टरों से कह पड़े कि लोग अब ‘सड़कों’ पर मर रहे हैं। जिलाधिकारी कोरोना को लेकर इंतजामों का निरीक्षण करने पहुंचे थे। डीएम की यह बात पूरी तरह से गलत भी नहीं है। कोरोना महामारी से मौत को लेकर राजधानी के हालात बिल्कुल भी ठीक नहीं हैं।
इस खतरनाक महामारी के आगे प्रशासन भी लाचार और असहाय नजर आ रहा है । ऐसे ही मध्यप्रदेश के भोपाल, महाराष्ट्र के बीड जनपद में परिजनों को अंतिम संस्कार करने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है । परिजन प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं । उन परिवार वालों की पीड़ा समझिए जो अपने लोगों को खो रहे हैं । अब आपको बताते हैं इस वायरस से बचने के लिए ।
ज्यादा कुछ नहीं करना है । कुछ सावधानियांं बरतनी है। बहुत जरूरी हो तभी घरों से निकलिए। घर से निकलते समय मास्क को अच्छी तरह पहनिए, सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरी तरह से पालन करिए। जिंदगी बहुत खूबसूरत है, आगे भी तमाम मौके आएंगे अपनों से बातचीत, हंसी-मजाक करने के, लेकिन अभी इस संकट काल में थोड़ा संभल जाओ ।