ग्लेशियर टूटने वाली जगह पर आज मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने हवाई सर्वे कर हालातों का जायजा लिया । सेना और एनडीआरएफ की टीम रात से ही राहत बचाव कार्य में जुटी हुई है । भारी बर्फ जमा होने से यहां सेना को बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है । इस संकट काल में मुख्यमंत्री आज सभी कार्यक्रम आपने स्थगित करके घटनास्थल पर पहुंचकर सेना के जवानों से और राहत बचाव की टीम से जानकारी ली ।
बता दें कि उत्तराखंड में चमोली जनपद के जोशीमठ में ग्लेशियर टूटने के बाद सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। ग्लेशियर टूटकर मलारी-सुमना सड़क पर गिर गया था। इस सड़क पर कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा था। सेना के मुताबिक, अब तक 8 शव बरामद किए जा चुके हैं और 384 लोगों को सुरक्षित बचाया जा चुका है। इनमें 6 की हालत गंभीर बताई जा रही है। सेना की सेंट्रल कमांड के मुताबिक, ये लोग जोशीमठ के सुमना इलाके में बने बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन के कैंप में थे। खराब मौसम के चलते रात में रेस्क्यू ऑपरेशन रोक दिया गया था। सुबह होते ही इसे फिर से शुरू कर दिया गया है। मुख्यमंत्री तीर्थ सिंह ने बताया कि मैं लगातार हालात की निगरानी कर रहा हूं । यह दुखद ही कहा जाएगा देवभूमि के लिए अभी 2 महीने पहले ही फरवरी महीने में आए चमोली जिले में प्राकृतिक आपदा ने भारी तबाही मचाई थी । हालांकि अभी इस ग्लेशियर टूटने के बाद जान-माल और नुकसान की पूरी जानकारी नहीं हो पाई है ।