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चिंतन शिविर आज से: झीलों की नगरी उदयपुर में सजा मंच, नई उम्मीदों की किरण लिए पहुंचे कांग्रेसी नेता

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राजस्थान का शहर उदयपुर खूब सजाया गया है. गुरुवार रात से ही कांग्रेस के नेताओं का आना शुरू हो गया. पूरे देश भर के कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ताओं की निगाहें अब एक बार फिर से कांग्रेस के मंथन पर टिक गई है. विशेष तौर पर पार्टी नेताओं का ‘जी23’ जो गांधी परिवार का करीब 2 सालों से संगठन में बदलाव को लेकर विरोध कर रहा है. इसमें गुलाम नबी आजाद, कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी आदि नेता शामिल हैं. पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में मिली हार पर मची उथल-पुथल के बाद कांग्रेस नए सिरे से मंथन करने जा रही है. आज से कांग्रेस का चिंतन शिविर शुरू हो रहा है. ‌इसके लिए राजस्थान की झीलों की नगरी उदयपुर में कांग्रेस नेताओं का जमघट लग गया है. पार्टी ने इसे ‘नव संकल्प चिंतन शिविर’ का नाम दिया है. इस शिविर को लेकर पार्टी के कार्यकर्ता एक बार फिर से नई उम्मीद लगाए हुए हैं. पिछले दिनों राजधानी दिल्ली में सोनिया गांधी ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक बुलाई, जिसमें उदयपुर में होने वाले चिंतन शिविर के लिए पूरी कार्ययोजना तैयार की गई. बीते विधानसभा चुनावों में हुई हार को लेकर भी चिंतन शिविर में चर्चा होगी.

पिछले आठ सालों में हुए चुनावों में पार्टी को कई बार हार का सामना करना पड़ा है. ऐसे में हार के कारणों पर भी समीक्षा की जाएगी। राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर को पार्टी के झंडे और बैनरों से पूरे शहर को सजा दिया है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह छाया हुआ है. वहीं राजधानी दिल्ली से चेतक एक्सप्रेस ट्रेन में सवार होकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेता पार्टी के चिंतन शिविर में शामिल होने उदयपुर पहुंचे हैं. राहुल के साथ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, वरिष्ठ नेता जयराम रमेश और कई अन्य नेता ट्रेन से पहुंचे हैं. राहुल के ट्रेन से पहुंचने पर कांग्रेसियों ने इसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर भी शेयर की है.

नव संकल्प चिंतन शिविर में कांग्रेस इन विषयों पर करेगी मंथन

बता दें कि 13 से 15 मई तक चलने वाले इस शिविर में आज दोपहर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संबोधन के साथ शुरू होगा. इसके बाद 6 विषय राजनीति, संगठन, अर्थव्यवस्था, सामाजिक कल्याण, युवा और कृषि पर ‘मैराथन’ चर्चा होगी. राहुल गांधी 15 मई की दोपहर को शिविर को संबोधित करेंगे. लगातार मिल रही शिकस्त पर कांग्रेस यहां 3 दिन तक मंथन करेगी. इस बार कांग्रेस का पूरा ध्यान संगठन में बदलाव और इस शिविर में देशभर के कांग्रेस के दिग्गज नेता पहुंच गए हैं. बता दें कि इस साल के आखिरी में गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव भी होने हैं. इसको लेकर भी तैयारियों की चर्चा की जाएगी. इसके साथ साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर भी फोकस होगा. वहीं कांग्रेस पार्टी में नए अध्यक्ष पद को लेकर भी चर्चा होनी है. बता दें कि कांग्रेस में एक बड़ा गुट पार्टी में बदलाव की मांग करता आ रहा है. नव संकल्प चिंतन शिविर में पार्टी के नेता और कार्यकर्ता राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने की मांग भी रख सकते हैं. गौरतलब है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लंबे समय से राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने की मांग कर रहे हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि हर वर्ग का नेता, कार्यकर्ता और हर कमेटी के लोग चाहते हैं कि राहुल गांधी पार्टी के अध्यक्ष पद की कमान संभालें. उन्होंने कहा कि मैं समझता हूं कि राहुल गांधी को पार्टी का अध्यक्ष बन जाना चाहिए. इस तीन दिवसीय चिंतन शिविर में देखना होगा कि कांग्रेस क्या नया बदलाव करेगी?

–शंभू नाथ गौतम

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