अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के आयात पर 245% तक टैरिफ लगाने की घोषणा की है। व्हाइट हाउस के अनुसार, यह कदम चीन की प्रतिशोधात्मक व्यापार नीतियों के जवाब में उठाया गया है। इससे पहले, चीन ने अमेरिकी उत्पादों पर 125% तक टैरिफ बढ़ाया था, जिसके बाद अमेरिका ने यह प्रतिक्रिया दी है।
यह टैरिफ वृद्धि चीन के लिए एक गंभीर आर्थिक चुनौती बन सकती है, क्योंकि इससे चीनी उत्पादों की अमेरिकी बाजार में प्रतिस्पर्धा क्षमता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। इस कदम को अमेरिका की ‘अमेरिका फर्स्ट’ व्यापार नीति के तहत देखा जा रहा है, जिसका उद्देश्य घरेलू उद्योगों की सुरक्षा और रोजगार सृजन को बढ़ावा देना है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह व्यापार युद्ध वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं पर भी असर डाल सकता है, जिससे अन्य देशों की अर्थव्यवस्थाएं भी प्रभावित हो सकती हैं। इस स्थिति में, चीन को अपने व्यापारिक दृष्टिकोण पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता हो सकती है, ताकि दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव को कम किया जा सके।