चीन और रूस अमेरिका द्वारा वित्तपोषित मीडिया को बंद करने के बाद खाली स्थान भरने के लिए उत्साहित

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत अमेरिकी सरकार द्वारा वित्तपोषित मीडिया एजेंसियों को समाप्त कर दिया गया। इस आदेश के तहत, यूएसएजीएम (U.S. Agency for Global Media) को बंद कर दिया गया, जो वॉयस ऑफ अमेरिका (VOA), रेडियो फ्री यूरोप और रेडियो फ्री एशिया जैसी अंतरराष्ट्रीय मीडिया सेवाओं को संचालित करता था। ट्रंप प्रशासन ने यह कदम उठाते हुए इन मीडिया संस्थाओं पर पक्षपाती होने का आरोप लगाया और “फेक न्यूज” के खिलाफ लड़ाई का हिस्सा बताया।

इस बदलाव से हजारों कर्मचारियों की नौकरियां खतरे में पड़ गई हैं, और VOA जैसी प्रमुख मीडिया सेवाएं चुप्प हो गई हैं। वहीं, इस खाली स्थान को भरने के लिए चीन और रूस की राज्य-नियंत्रित मीडिया कंपनियां सक्रिय हो गई हैं, जो अब अपनी कहानियों और विचारों को वैश्विक स्तर पर फैलाने का प्रयास कर रही हैं।

यह स्थिति वैश्विक मीडिया पर गहरा असर डाल सकती है, जिससे सूचना प्रवाह में बदलाव आ सकता है और स्वतंत्र समाचार संस्थाओं के मुकाबले राज्य समर्थित प्रचार का बोलबाला हो सकता है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस परिवर्तन को लेकर चिंतित है।

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