चीन ने अमेरिकी विमान निर्माता बोइंग से जेट विमानों की डिलीवरी पर रोक लगा दी है, जिससे अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध और भी गहरा गया है। यह कदम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीनी सामान पर 145% तक के टैरिफ लगाने के बाद उठाया गया है। इसके जवाब में, चीन ने अमेरिकी उत्पादों पर 125% तक के टैरिफ लगाए हैं और बोइंग के विमानों की डिलीवरी रोक दी है।
चीन ने अपनी एयरलाइंस को बोइंग विमानों की डिलीवरी रोकने और अमेरिकी कंपनियों से विमान संबंधित उपकरण और पुर्जों की खरीद पर भी रोक लगाने का निर्देश दिया है। इससे बोइंग के लिए चीन जैसे महत्वपूर्ण बाजार में अपनी स्थिति बनाए रखना मुश्किल हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस कदम से बोइंग को वित्तीय नुकसान हो सकता है और कंपनी को अपने अन्य ग्राहकों से भी ऑर्डर मिलने में कठिनाई हो सकती है।
इस घटनाक्रम ने वैश्विक विमानन उद्योग में अस्थिरता बढ़ा दी है, और यह देखा जाना बाकी है कि अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव कब और कैसे समाप्त होगा।