अरुणाचल प्रदेश में चीन की ओर से एक गांव को बसाए जाने की रिपोर्ट पर अब भारत में सियासत शुरू हो गई है। एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने अरुणाचल प्रदेश के विवादित क्षेत्र में एक नया गांव बसाया है और इसमें करीब 101 घर हैं।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने भाजपा सांसद तापिर गाओ के दावों पर सोमवार को सरकार से जवाब मांगा, जिसमें गाओ ने कहा था कि चीन ने अरुणाचल प्रदेश के भीतर विवादास्पद क्षेत्र में सौ घरों के एक गांव का निर्माण कर लिया है।
इस रिपोर्ट के आने के बाद कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने मोदी सरकार पर हमला बोला है। चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा कि क्या सरकार चीन को एक और क्लीन चिट देगी?
चिदंबरम ने कहा कि यदि भाजपा सांसद के दावे सही हैं तो क्या सरकार चीन को क्लीन चिट देकर पूर्ववर्ती सरकारों को दोषी ठहराएगी।’
चिदंबरम ने ट्वीट कर लिखा, ‘भाजपा से संबंध रखने वाले सांसद तपीर गाओ ने आरोप लगाया है कि अरुणाचल प्रदेश में भारतीय क्षेत्र के भीतर ‘विवादित क्षेत्र’ में, चीनियों ने पिछले साल में 100-घर गांव, एक बाजार और दो-लेन की सड़क का निर्माण किया है। यदि यह सच है, तो यह स्पष्ट है कि चीनियों ने विवादित क्षेत्र को चीनी नागरिकों के स्थायी बंदोबस्त में बदलकर यथास्थिति बदल दी है।
इन चौंकाने वाले तथ्यों के बारे में सरकार का क्या कहना है? क्या सरकार चीन को एक और क्लीन चिट देगी? या सरकार स्पष्टीकरण देने के लिए पिछली सरकारों पर दोषारोपण करेगी?’ गौरतलब है कि भारतीय राज्य अरुणाचल प्रदेश के कुछ विवादित हिस्सों को चीन अपना क्षेत्र मानता है।
वहीं, अरुणाचल प्रदेश में चीन के एक गांव बनाने की खबरों पर सतर्कता पूर्वक प्रतिक्रिया देते हुए भारत ने सोमवार को कहा कि वह देश की सुरक्षा पर असर डालने वाले समस्त घटनाक्रमों पर लगातार नजर रखता है और अपनी संप्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाता है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत ने अपने नागरिकों की आजीविका को उन्नत बनाने के लिए सड़कों और पुलों समेत सीमा पर अवसरंचना के निर्माण को तेज कर दिया।
मंत्रालय की यह प्रतिक्रिया तब आई जब एनडीटीवी चैनल की एक खबर के बारे में पूछा गया था। खबर के अनुसार चीन ने अरुणाचल प्रदेश के विवादित क्षेत्र में एक नया गांव बसाया है और इसमें करीब 101 घर हैं। चैनल ने दावा किया कि यह खबर उसे विशेष रूप से प्राप्त उपग्रह तस्वीरों पर आधारित है।
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘हमने चीन के भारत के साथ लगे सीमावर्ती क्षेत्रों में निर्माण कार्य करने की हालिया खबरें देखी हैं। चीन ने पिछले कई वर्षों में ऐसी अवसंरचना निर्माण गतिविधियां संचालित की हैं।’
उसने कहा, ”हमारी सरकार ने भी जवाब में सड़कों, पुलों आदि के निर्माण समेत सीमा पर बुनियादी संरचना का निर्माण तेज कर दिया है, जिससे सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाली स्थानीय आबादी को अति आवश्यक संपर्क सुविधा मिली है।
‘ मंत्रालय ने यह भी कहा कि सरकार अरुणाचल प्रदेश के लोगों समेत अपने नागरिकों की आजीविका को उन्नत बनाने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी संरचना के निर्माण के उद्देश्य के लिए प्रतिबद्ध है। उसने कहा, ”सरकार ऐसे सभी घटनाक्रमों पर सतत नजर रखती है जिनका भारत की सुरक्षा पर असर पड़ता हो और वह अपनी संप्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाती है।