चीन ने फिर भारत को परेशान करने के लिए एक नई घोषणा की है. चीन ने कहा है कि वह तिब्बत में ब्रह्मपुत्र नदी पर बांध बनाकर उससे बिजली उत्पादन करेगा. तिब्बत और चीन में ब्रह्मपुत्र नदी को यारलंग जांग्बो कहते हैं. उसकी इस घोषणा से भारत के लिए दिक्कत हो सकती है.
क्योंकि 2900 किलोमीटर लंबी ब्रह्मपुत्र नदी का बड़ा हिस्सा और उसकी डाउनस्ट्रीम भारत में आती है. इससे चीन जब चाहे पानी के बहाव को नियंत्रित कर सकता है.
चीन का दावा है कि इस योजना से जल संसाधनों और घरेलू सुरक्षा को मजबूत करने में उन्हें मदद मिलेगी. लेकिन इस बांध के बन जाने के बाद भारत, बांग्लादेश समेत कई पड़ोसी देशों को सूखे और बाढ़ दोनों का सामना करना पड़ सकता है. क्योंकि चीन जब मन करेगा बांध का पानी रोक देगा.
जब मन करेगा तब बांध के दरवाजे खोल देगा. इससे पानी का बहाव तेजी से भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों की तरफ आएगा. अरुणाचल प्रदेश, असम समेत कई राज्यों में बाढ़ आ सकती है
चीन इस बांध का निर्माण अगले साल से शुरू होने वाली 14वीं पंचवर्षीय योजना के तहत तिब्बत में करेगा. चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने खबर दी है कि इस बांध के निर्माण का काम पावर कंस्ट्रक्शन कॉर्पोरेशन ऑफ चाइना को दिया गया है.