चारधाम यात्रा पर आने वाले कई यात्रियों को बिगड़ते स्वास्थ्य की वजह से मौत का शिकार होना पड़ रहा है. ऐसे में प्रसाशन ने कुछ नियम बदल दिए हैं. अब चारधाम यात्रा पर आने वाले 50 साल से अधिक उम्र के तीर्थ यात्रियों का अनिवार्य रूप से स्वास्थ्य परीक्षण होगा. स्वस्थ पाए जाने के बाद ही अब इस उम्र के लोगों को यात्रा की इजाजत दी जाएगी. स्वास्थ्य सचिव राधिका झा ने चारधाम से जुड़े सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए कि चारधाम में बिगड़ते मौसम को देखते हुए यात्रा मार्ग पर शुरू में ही तीर्थयात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण सुनिश्चित कर लिया जाए.
उन्होंने कहा कि जिन लोगों को कोई बीमारी है या किसी प्रकार की दिक्कत है उन्हें यात्रा के खतरे को लेकर सतर्क किया जाए. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से चारधाम में स्वास्थ्य सुविधाओं का इंतजाम किया गया है लेकिन खराब हालात की वजह से कई लोगों का स्वास्थ्य अचानक खराब हो रहा है.
अभी तक एक लाख से अधिक लोगों की हेल्थ स्क्रीनिंग जा चुकी है. उन्होंने बताया कि 73 यात्रियों को लौटाया गया है जबकि 1800 से अधिक यात्रियों ने शपथ पत्र देकर अपने रिस्क पर यात्रा की है. 206 यात्रियों को हायर सेंटर रेफर किया गया जबकि 26 यात्रियों को एयर लिफ्ट कराया गया है.