उत्तराखंड के चमोली जिले स्थित रैणी तपोवन क्षेत्र में आई आपदा 22 दिन हो गए। तपोवन टनल बैराज स्थल और रैणी के परियोजना स्थल पर खोज बीन का कार्य जारी है। रविवार को कोई शव या मानव अंग न तो तपोवन टनल के अंदर से मिला न बैराज से। रैणी के परियोजना स्थल से भी कोई शव नहीं मिला।
नदियों के किनारे से भी कोई शव या मानव अंग नहीं मिला। अलबत्ता खोज बीन का कार्य जारी है। पर अब इस आपदा में आहत और टनल से जीवित लोगों के मिलने की सम्भावना नगण्य है। जानकारी के अनुसार तपोवन टनल की सफाई में लम्बा समय लग सकता है।
इसके अंदर फंसे 35 लोग कहां हैं, कोई आसार अभी तक उन तक पहु़चने के नहीं हैं। टनल के अंदर से अब 20 इंच से अधिक पानी तेजी से निकल रहा है। पम्पों के जरिये पानी बाहर निकाला जा रहा है। एनटीप्ी सी तपोवन के जी एम आर पी अहरवाल ने बताया हम हर सम्भव तकनीकी और विशेषज्ञों की राय और सहयोग ले रहे हैं।
इस आपदा में अभी तक कुल 72 शव एवं 30 मानव अंग अलग-अलग स्थानों से मिले हंंै जोशीमठ थाने पर अब तक कुल 205 लोगों की गुमशुदगी दर्ज की जा चुकी है।अभी तक कुल 110 परिजनों 58 शवों एवं 28 मानव अंगों के ऊठअ सैम्पल मिलान हेतु एफएसएल, देहरादून भेजे गये हैं।