मुंबई उच्च न्यायालय ने भारतीय क्रिकेटर युजवेंद्र चहल और उनकी पत्नी धनश्री वर्मा के तलाक मामले में महत्वपूर्ण आदेश दिया है। अदालत ने बांद्रा फैमिली कोर्ट को निर्देश दिया है कि वे 20 मार्च तक इस मामले पर निर्णय लें, ताकि चहल की आगामी आईपीएल प्रतिबद्धताओं का ध्यान रखा जा सके।
चहल और धनश्री ने फरवरी 2025 में आपसी सहमति से तलाक के लिए याचिका दायर की थी। दोनों ने अदालत में कहा कि वे पिछले 18 महीने से अलग रह रहे हैं और आपसी समस्याओं के कारण तलाक चाहते हैं।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी चर्चा थी कि धनश्री ने 60 करोड़ रुपये की अलिमनी की मांग की थी, लेकिन उनके परिवार ने इसे निराधार बताते हुए खारिज कर दिया है।
इस फैसले के बाद, परिवार कोर्ट को 20 मार्च तक तलाक पर अंतिम निर्णय लेना होगा। यह तलाक प्रक्रिया चहल और धनश्री के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा, खासकर चहल की क्रिकेट गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए।