अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में ब्लैक फंगस से पहली मौत हुई है। मरने वाला युवक देहरादून का रहने वाला था।
जबकि यहां भर्ती दस और मरीजों में ब्लैक फंगस के संक्रमण की पुष्टि हुई है और पांच मरीजों में इसके लक्षण मिले हैं। एम्स के विशेषज्ञों की टीम ने इनमें से 10 संक्रमितों की आंखों की सर्जरी भी कर दी है।
रुड़की निवासी एक महिला में भी ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है, जिसे जौलीग्रांट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा दून अस्पताल और अल्मोड़ा के बेस अस्पताल में भर्ती एक एक मरीज में भी ब्लैक फंगस के लक्षण पाए गए हैं।
एम्स में भर्ती जिन मरीजों में ब्लैक फंगस का संक्रमण और लक्षण पाए गए हैं, उनमें 10 उत्तराखंड और पांच उत्तर प्रदेश के हैं।
एम्स के निदेशक डॉ. रविकांत ने बताया कि, ब्लैक फंगस से संक्रमित एक 36 वर्षीय युवक की मौत हुई है। इसके अलावा 10 और लोगों में ब्लैक फंगस का संक्रमण मिला है। इनमें से 10 लोगों की सर्जरी कर दी गई है।
उधर, अल्मोड़ा में ब्लैक फंगस के संदिग्ध मरीज के मिलने से लोगों में दहशत है। हालांकि इसकी अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। मरीज को हल्द्वानी रेफर कर दिया गया है।