यहां हम आपको बता दें कि ममता का व्हीलचेयर पर चुनाव प्रचार करने से भाजपा के नेताओं में खलबली मची हुई है, लेकिन क्या करें भाजपा ममता को व्हीलचेयर से उतार भी नहीं सकती हैं । जबकि आमतौर पर व्हीलचेयर पर बैठा कोई भी शख्स मजबूत नहीं माना जाता है लेकिन ममता की सियासी ताकत बढ़ गई है।
ममता ने खुद पर हमले का आरोप भारतीय जनता पार्टी पर मढ़कर चुनाव में जो गरमी पैदा की, उसकी तपिश अब दिन पर दिन बढ़ती जा रही है । व्हीलचेयर के सियासी दांव पर बीजेपी इसे सहानुभूति जुटाने के लिए इसे ममता का ‘चुनावी स्टंट’ बताने लगे हुए हैं ।
इसके साथ ही ‘भाजपा हाईकमान ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखी है और मांग की है कि ममता की चोट का पूरा ब्योरा सार्वजनिक किया जाए’ । आज भी ममता बनर्जी दुर्गापुर में दो चुनावी रैलियां कर रहीं हैं । दीदी ने कहा कि डॉक्टरों ने उन्हें सलाह दी थी कि मैं प्रचार के लिए न जाऊं, लेकिन मुझे लगा कि रैली करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह व्हीलचेयर पर राज्य भर में टीएमसी उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगी ।
मुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा कि मैंने अपने जीवन में बहुत सारे हमलों का सामना किया है, लेकिन मैंने कभी किसी के सामने आत्मसमर्पण नहीं किया है, मैं अपना सिर कभी नहीं झुकाऊंगी। इस बीच भारतीय जनता पार्टी को पिछले दिनों कुरेदने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को ममता बनर्जी ने आज ही बहुत बड़े पद से नवाजा है ।
बता दें कि यशवंत सिन्हा को तृणमूल कांग्रेस का उपाध्यक्ष बनाया गया है, इसके साथ ही उन्हें पार्टी की नेशनल वर्किंग कमेटी का सदस्य भी बनाया गया है । बंगाल चुनाव के दौरान भी यशवंत सिन्हा पार्टी के लिए प्रचार करेंगे। उन्होंने टीएमसी में शामिल होते वक्त कहा था कि वह बंगाल में ममता बनर्जी की जीत सुनिश्चित करेंगेे। यशवंत सिन्हा ममता बनर्जी के साथ खड़े होकर भाजपा को जरूर नुकसान पहुंचाएंगे ।
इस बीच ममता बनर्जी की सहानुभूति को कम करने के लिए दो दिन से गृहमंत्री अमित शाह भी बंगाल में चुनावी रैली कर रहे हैं । रविवार को अमित शाह ने खड़कपुर में रोड शो किया था । अमित शाह आज भी झाड़ग्राम और बांकुड़ा में जनसभा करेंगे। इसके साथ ही केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी आज चुनाव प्रचार करने आ रहे हैं।