नई दिल्ली| पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहार वाजपेयो को देश के सबसे बड़े नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजे जाने के बाद अब भाजपा के दूसरे वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को इस सम्मान से सम्मानित किए जाने की मांग उठने लगी है.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता डीएच शंकरमूर्ति ने आडवाणी को भारत रत्न से नवाजे जाने की मांग की है. कर्नाटक के भाजपा नेता ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है.
शंकरमूर्ति ने अपने पत्र में लिखा है, ‘जैसा कि आपको पता है कि लालकृष्ण आडवाणी पिछले सात दशकों से सार्वजनिक जीवन में हैं.
उन्होंने आरएसएस, भारतीय जनसंघ और भाजपा में रहते मातृभूमि की जो सेवा की है और जो बलिदान एवं योगदान दिया है, वह अभूतपूर्व है.
निजी एवं सार्वजनिक जीवन में बेदाग छवि एवं ईमानदार नेता के रूप में अपनी पहचान रखने वाले आडवाणी की विश्वसनीयता संदेह से परे रही है.
राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मामलों पर उनकी अच्छी पकड़ रही है. आडवाणी ऐसे व्यक्ति हैं जिनके बारे में सोचकर सभी गर्व का अनुभव करते हैं.’
भाजपा नेता ने आगे कहा, ‘लोगों एवं पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं की यह तीव्र इच्छा है कि आडवाणी को भारत रत्न देकर सम्मानित किया जाए क्योंकि वह हर तरीके से इस सम्मान के योग्य हैं.
मैं कर्नाटक के हजारों पार्टी कार्यकर्ताओं की तरफ से आडवाणी को भारत रत्न देने की मांग पर विचार करने का आग्रह करता हूं.’
गत रविवार को आडवाणी 93 साल के हो गए. इस मौके पर पीएम मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा आडवाणी के घर जाकर उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं.
भाजपा के वरिष्ठ नेता का जन्म आठ नवंबर 1927 को अविभाजित भारत के कराची में हुआ था. विभाजन के बाद आडवाणी का परिवार भारत आ गया.