तृणमूल कांग्रेस शुरू से ही भारतीय जनता पार्टी पर बाहरी होने का आरोप लगाती रहीं हैं । ममता बनर्जी इस चुनाव में बंगाल की अस्मिता और माटी को लेकर भाजपा पर हमलावर हैं । यहां हम आपको बता दें कि तृणमूल कांग्रेस मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को आगे रख ‘जनता बंगाल की बेटी चाहती है’ का नारा बुलंद करने में लगी हुई है ।
वहीं भारतीय जनता पार्टी अभी तक बंगाल में मुख्यमंत्री पद के लिए किसी का नाम तय नहीं कर पा रही है । गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के अन्य नेता शुरुआत से ही ये कहते आ रहे हैं कि पश्चिम बंगाल का मुख्यमंत्री कोई बंगाली ही बनेगा, बाहरी नहीं। बता देंगे 24 फरवरी कोअहमदाबाद के ‘नरेंद्र मोदी स्टेडियम’ के उद्घाटन के दौरान सौरव गांगुली ने पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की खूब तारीफ भी की थी ।
तभी से अटकलें लगनी शुरू हो गई थी कि गांगुली एक बार फिर भाजपा के करीब आ रहे हैं । वैसे आपको बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है जब बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें सामने आईं हों। अब एक बार फिर राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा है कि सौरव गांगुली को बीजेपी पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बना सकती है।
इन अटकलों के बीच पीएम मोदी की रैली में गांगुली की उपस्थिति पर सबकी खास निगाहें बनी हुई है। दूसरी ओर भाजपा के प्रवक्ता शामिक भट्टाचार्य ने कोलकाता में कहा कि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली पीएम मोदी की चुनावी रैली में हिस्सा लेना चाहते हैं तो उनका स्वागत है।
वहीं तृणमूल कांग्रेस चाहती है कि सौरव गांगुली भाजपा ज्वाइन न करें, क्योंकि गांगुली के मुख्यमंत्री ममता से भी काफी नजदीकियां हैं । हालांकि अभी तक न भाजपा ने और न ही सौरव गांगुली ने इसकी पुष्टि की है ।