हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल माघ पूर्णिमा के दिन संत रविदास जयंती मनाई जाती है. क्योंकि गुरू रविदास का जन्म भी माघ पूर्णिमा के दिन हुआ था. इसलिए आज माघ पूर्णिमा के अवसर पर देशभर में संत रविदास जयंती मनाई जा रही है. संत रविदास को गुरु रविदास, रैदास व रोहिदास के नाम से भी जाना जाता है.
गुरु रविदास 15वीं और 16वीं शताब्दी के भक्ति आंदोलन के एक रहस्यवादी कवि संत थे और उन्होंने रविदासिया धर्म की स्थापना की थी.
संत रविदास की जयंती के दिन मंदिर और मठों में कीर्तन-भजन का विशेष आयोजन किया जाता है. कई जगहों पर झांकियां निकाली जाती हैं. साथ ही कई स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं. संत रविदास ने अपना जीवन प्रभु की भक्ति और सत्संग में बिताया था. उन्होंने चालीस पदों की रचना की थी जिसे सिखों के पवित्र ग्रंथ गुरुग्रंथ साहिब में भी शामिल किया गया था.