बता दें कि कल यानि शुक्रवार को राहुल गांधी, हरीश रावत से मुलाकात कर सकते हैं. रावत के साथ प्रीतम सिंह, राज्य के कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल, पार्टी नेता यशपाल आर्य भी दिल्ली पहुंचेंगे. मुख्यमंत्री चेहरा बनाए जाने, टिकट बंटवारे में पर्याप्त भागीदारी को लेकर हरीश रावत आलाकमान पर दबाव बना रहे हैं. उत्तराखंड कांग्रेस के प्रभारी देवेंद्र यादव से भी उन्हें शिकायत है.
चर्चा यह भी है कि बात नहीं बनी तो 5 जनवरी को हरीश रावत देहरादून में कोई बड़ा एलान कर सकते हैं. बता दें कि चंद महीनों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव से पहले हरीश रावत ने बुधवार को ट्वीट किया था, ‘है न अजीब सी बात, चुनाव रूपी समुद्र को तैरना है, संगठन का ढांचा अधिकांश स्थानों पर सहयोग का हाथ आगे बढ़ाने के बजाय या तो मुंह फेर करके खड़ा हो जा रहा है या नकारात्मक भूमिका निभा रहा है.
उन्होंने कहा था, ‘सत्ता ने वहां कई मगरमच्छ छोड़ रखे हैं और जिनके आदेश पर तैरना है, उनके नुमाइंदे मेरे हाथ-पांव बांध रहे हैं. मन में बहुत बार विचार आ रहा है कि हरीश रावत, अब बहुत हो गया, बहुत तैर लिए, अब विश्राम का समय है. दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री रावत के इस ट्वीट के बाद पंजाब के पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह ने उन पर कटाक्ष किया. उन्होंने रावत को टैग करते हुए ट्वीट किया, ‘आप जो बोते हैं, वही काटते हैं. भविष्य की योजनाओं (यदि कोई हो तो) के लिए शुभकामनाएं हरीश रावत.