बहुचर्चित श्रद्धा वालकर हत्याकांड के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला को अपनी गलती पर किसी भी प्रकार का कोई पछतावा नहीं है उसका कहना है कि उसने श्रद्धा के शव के टुकड़े अपने बचाव में यानि खुद को बचाने के लिए किए थे।
उसने बताया कि उसके पास शव को ठिकाने लगाने के आलावा कोई और चारा नहीं था। हालांकि आफताब ने श्रद्धा की मौत पर पछतावा जताते हुए कहा कि श्रद्धा की किस्मत खराब थी, उसके साथ ऐसा नहीं होना चाहिए था।
साथ ही आरोपी आफताब ने पूछताछ में और भी कई खुलासे किया जैसे कि उसका श्रद्धा से मुंबई के समय से ही झगड़ा होना शुरू हो गया था। इस झगडे के दौरान जब श्रद्धा ने उसे बर्तनों से मारा उसने भी श्रद्धा को थप्पड़ मार दिया था। इसी झगड़े में उसने श्रद्धा की हत्या कर दी।
हालांकि पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी पूछताछ में हंसता रहा। जबकि पुलिस उसे मना करती रही तब भी वह हंसता रहता था। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आरोपी बहुत ही तेज दिमाग का है। वह फर्राटेदार अंग्रेजी बोलता है।
वह सोच-समझकर हर बात कर जवाब देता है। इस बीच मृतका के शव के टुकड़े बरामद करने में जुटी पुलिस को बुधवार को भी श्रद्धा का सिर व धड़ नहीं मिला है। पुलिस इन अंगों की जोर-शोर से तलाश कर रही है।
हालांकि महरौली के जंगल में काफी जंगली जानवर हैं। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि शव के टुकड़ों को जानवर खा गए होंगे। पुलिस को शव के टुकड़े करने वाले औजार भी नहीं मिले हैं। इसी के साथ आरोपी आफताब ने पूछताछ में ये खुलासा किया है कि श्रद्धा और वह मुंबई के जिस फ्लैट में रहते थे, उन दोनों ने वहां खुद को पति-पत्नी बताया था।
दोनों एक साथ मुंबई के वसई के वाइट हिल्स सोसाइटी के फ्लैट 201 में करीब छह माह तक रहे थे। इतना ही नहीं दोनों ने पुलिस वेरिफिकेशन के लिए जो कागजात जमा किए थे, उसमें भी दोनों ने अपना रिश्ता पति-पत्नी का बताया था।
हालांकि आरोपी आफताब की पांच दिन की पुलिस रिमांड आज खत्म हो रही है। इस दिन पुलिस उसे कोर्ट में पेश करेगी। दक्षिण जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार, पुलिस को इस मामले में अभी और साबूत जुड़ने बाकी है जिस कारण आरोपी की रिमांड और बढ़वाई जाएगी।
इस मामले में मुंबई पुलिस की लापरवाही भी सामने आ रही है। बता दे कि 15 सितंबर को जब मृतका के पिता विकास मदन वालकर को पता लगा कि श्रद्धा गायब है, तो उन्होंने अगले दिन ही मुंबई में मिसिंग रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
परन्तु मुंबई पुलिस ने जांच के नाम पर काफी समय खराब कर दिया। और मुंबई पुलिस 9 नवंबर को दिल्ली पुलिस के पास पहुंची थी। दिल्ली पुलिस ने करीब चार दिन में पूरे केस का खुलासा कर दिया। हालांकि अनुमान लगाया जा रहा है कि अब यह केस जल्द ही सुलझाया जा सकता है?