भुवन हत्याकांड में चार और आरोपियों की गिरफ्तारी हो गई है। इनमें से एक युवक ने खुद अपना जुर्म कबूल कर समर्पण किया है, जबकि तीन आरोपियों को पुलिस ने दबिश देकर गिरफ्तार किया। अन्य दो नाबालिगों को भी पुलिस ने चिह्नित कर किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया है। मामले में कुल 11 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है। एसएसपी पंकज भट्ट ने अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है।
ग्राम रूबाल निवासी भुवन चंद्र उर्फ भानू (19) और कैलाश सिंह 28 अप्रैल को साथी की बाइक से दन्या थाना क्षेत्र के एक गांव में गए थे। वहां किशोरी के साथ अश्लील हरकत करने के आरोप में ग्रामीणों ने दोनों को पीट दिया था जबकि उनका तीसरा साथी ललित भाग गया। किशोरी के पिता की तहरीर पर तीनों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट में केस दर्ज किया गया।
29 अप्रैल को भुवन ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। मृतक के भाई गोविंद जोशी की तहरीर के आधार पर किशोरी और नामजद समेत आठ-दस लोगों पर धारा 147/149/304 में मुकदमा दर्ज कराया गया। शनिवार तक किशोरी के पिता और पूर्व प्रधान समेत कुल पांच लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी थी।
इधर रविवार को गांव के 18 वर्षीय युवक ने थाने पहुंचकर खुद अपना जुर्म कबूला है। इससे पूर्व शनिवार रात पुलिस और एसओजी ने मारपीट करने वालों को वीडियो से चिह्नित कर गांव में दबिश दी और तीन ग्रामीणों को गिरफ्तार किया। 15 वर्षीय और 16 वर्षीय दो किशोरों को भी संरक्षण में लेकर विधिक कार्रवाई के लिए किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया गया।
एसएसपी पंकज भट्ट ने बताया कि मामले में नौ की गिरफ्तारी हुई है। दो किशोरों समेत कुल 11 लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो चुकी है। उन्होंने सभी से संयम बनाए रखने की अपील की है। एसओजी प्रभारी भूपेंद्र सिंह बृजवाल मामले की विवेचना कर रहे हैं। गिरफ्तारी करने वाली टीम में संतोष देवरानी, एसआई नीरज भाकुनी, एसआई इंदर ढैला, कांस्टेबल दीपक खनका, दिनेश नगरकोटी, राजेश भट्ट आदि रहे।