कोलकाता, 11 अप्रैल 2025: पश्चिम बंगाल में 2016 की स्कूल सेवा आयोग (SSC) भर्ती प्रक्रिया को सुप्रीम कोर्ट द्वारा “दूषित और पक्षपातपूर्ण” करार देते हुए 25,753 शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की नियुक्तियाँ रद्द कर दी गईं। इस निर्णय के विरोध में हजारों बर्खास्त शिक्षक सड़कों पर उतर आए हैं।
प्रभावित शिक्षक कोलकाता के साल्ट लेक स्थित एसएससी कार्यालय ‘आचार्य सदन’ के बाहर बुधवार रात से धरने पर बैठे हैं। गुरुवार से उन्होंने क्रमिक भूख हड़ताल शुरू की, जिसमें एक-एक कर शिक्षक भूख हड़ताल पर बैठ रहे हैं। उनका कहना है कि वे जल्द ही इस मुद्दे पर आगे की रणनीति तय करेंगे।
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि बुधवार को कसबा स्थित जिला निरीक्षक (DI) कार्यालय के बाहर प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया, उन्हें धक्का-मुक्की और मारपीट का सामना करना पड़ा। बीजेपी सांसद और पूर्व कलकत्ता हाई कोर्ट के न्यायाधीश अभिजीत गांगोपाध्याय ने इस पुलिस कार्रवाई की निंदा की और कहा कि निर्दोष शिक्षकों पर केस दर्ज करना गलत है।
गांगोपाध्याय और पूर्व राज्यसभा सांसद रूपा गांगुली ने ‘आचार्य सदन’ पहुंचकर प्रदर्शनकारियों के साथ एकजुटता दिखाई। प्रभावित शिक्षकों का कहना है कि भर्ती प्रक्रिया में दोषियों और निर्दोषों के बीच अंतर नहीं किया गया, जिससे वे अन्याय का शिकार हुए हैं।