बांग्लादेश में हाल के दिनों में राजनीतिक अस्थिरता बढ़ गई है, जिससे सेना की गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। नेशनल सिटिजन पार्टी (एनसीपी) नामक छात्र नेतृत्व वाली पार्टी ने आरोप लगाया है कि सेना पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग पार्टी को फिर से सत्ता में लाने की योजना बना रही है। इस आरोप को सेना ने “हास्यास्पद और मनगढ़ंत कहानियां” बताते हुए खारिज किया है।
इस बीच, बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान ने घोषणा की है कि सेना एक अंतरिम सरकार बनाएगी और शांति बहाल करना उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने नागरिकों से हिंसा रोकने और शांति बनाए रखने की अपील की है।
इन घटनाक्रमों के बीच, बांग्लादेश में राजनीतिक और सामाजिक असंतोष बढ़ता जा रहा है, जिससे सेना की भूमिका और भविष्य की राजनीतिक संरचना पर सवाल उठ रहे हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, अंतरराष्ट्रीय समुदाय बारीकी से घटनाओं का पालन कर रहा है।