हाल ही में कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर के मुस्लिम संगठनों ने एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ कड़ा संदेश दिया है। जमीयत उलेमा-ए-हिंद, अल्ल इंडिया इमाम ऑर्गनाइजेशन, और अन्य प्रमुख मुस्लिम संस्थाओं ने शुक्रवार की नमाज़ के दौरान देशभर की करीब 5.5 लाख मस्जिदों से आतंक के विरुद्ध आवाज़ बुलंद की।
इमामों और धर्मगुरुओं ने मस्जिदों में नमाज़ के बाद खुतबा (उपदेश) के ज़रिए स्पष्ट किया कि इस्लाम किसी भी प्रकार की हिंसा, हत्या या आतंक को समर्थन नहीं देता। उन्होंने पहलगाम हमले को न सिर्फ अमानवीय बताया, बल्कि इसे इस्लाम और मानवता दोनों के खिलाफ बताया।
इस मुहिम का उद्देश्य यह संदेश देना है कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता और मुस्लिम समाज इसके खिलाफ है। मुस्लिम समुदाय ने न सिर्फ हमले की निंदा की, बल्कि शांति, एकता और देश की सुरक्षा में सहयोग का संकल्प भी दोहराया।
यह पहल बताती है कि भारतीय मुसलमान आतंक के खिलाफ मजबूती से खड़े हैं और शांति व सद्भावना को सर्वोपरि मानते हैं।