देशवासी अभी डेल्टा वैरिएंट के खतरे से उभरे नहीं थे कि इस बीच दक्षिण अफ्रीका में एक नए वैरिएंट C.1.2 ने दस्तक दे दी है. इसकी पहचान कोविड के संभावित वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट (वीओआई) के तौर पर की गई है. दक्षिण अफ्रीका के नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर कम्युनिकेबल डिजीजेज और क्वाजुलु-नैटल रिसर्च इनोवेशन एंड सीक्वेंसिंग प्लेटफॉर्म के मुताबिक C.1.2 का पता मई, 2021 में चला था.
तब से यह दक्षिण अफ्रीका के अधिकांश प्रांतों और अफ्रीका, यूरोप, एशिया और ओशिनिया जैसे 7 अन्य देशों में पाया गया है.
यह वैरिएंट C.1 से विकसित हुआ है, जो दक्षिण अफ्रीका में SARS-CoV-2 संक्रमण की पहली लहर पर हावी होने वाली वंशावली में से एक है.