भारतीय किसान यूनियन की सिसौली स्थित किसान भवन पर हुई मासिक पंचायत में 25 जनवरी को ट्रैक्टर पर दो-दो तिरंगे लगाकर दिल्ली कूच करने का निर्णय लिया गया। भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने सभी दल व संगठनों को आपसी मतभेद मिटाकर कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन में सहयोग देने का भी आह्वान किया।
कस्बा सिसौली स्थित किसान भवन पर रविवार को हुई भाकियू की मासिक किसान पंचायत में कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर विचार-विमर्श किया गया।
भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि कहा कि 19 जनवरी को किसान संगठनों और केंद्र सरकार के बीच बैठक होनी है, जिसमें फैसला चाहे कुछ भी रहे, जनपद के किसान 25 जनवरी को दिल्ली जरूर जाएंगे, क्योंकि अब यह लड़ाई दिल्ली में बैठे जिद्दी राजा और प्रजा के बीच की बन चुकी है।
कहा कि नई दिल्ली में एक जिद्दी शासक है, जो पिछले 54 दिन से कड़कड़ाती ठंड में धरने पर बैठे किसानों से बात करने की जहमत तक नहीं उठा रहा। किसान आंदोलन में 60 से अधिक किसान शहीद हो चुके हैं, लेकिन जिद्दी राजा ने अब तक इस पर अफसोस तक नहीं जताया।
बैठक का संचालन अजय खतियान और अध्यक्षता विजयपाल सोरम ने की। मौके पर गौरव टिकैत, धीरज लाटियान, विशाल बालियान, राजीव बालियान, भंवर सिंह, रविंद्र राणा, दरियाव सिंह, रेसपाल समेत काफी संख्या में किसान मौजूद रहे।