झारखंड के गुमला जिले में एक जंगली हाथी ने तीन दिनों तक उत्पात मचाया, जिसमें पांच ग्रामीणों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। यह हाथी अपने झुंड से अलग होकर गुमला और सिमडेगा जिलों में घूम रहा था, जिससे स्थानीय में भय का माहौल था।
गुमला के पालकोट थाना क्षेत्र में शुक्रवार को इस हाथी ने चार लोगों की जान ली। पहली घटना में, 60 वर्षीय क्रिस्टोफर एक्का और 35 वर्षीय हेमवती देवी की मौत हुई। इसके बाद, सिमडेगा के बानो थाना क्षेत्र में, हाथी ने 45 वर्षीय सिबिया लुगुन और 28 वर्षीय विकास ओधर को कुचलकर मार डाला।
शनिवार और रविवार को, हाथी ने गुमला के रायडीह और अल्बर्ट एक्का (जरी) थाना क्षेत्रों में तीन और लोगों की जान ली। मृतकों में 45 वर्षीय जेम्स कुजुर, 65 वर्षीय फिरला नागेसिया और 73 वर्षीय क्लाइमेट एक्का शामिल हैं।
स्थानीय निवासियों के अनुसार, यह हाथी अपने झुंड से अलग होकर आक्रामक हो गया था, संभवतः स्थानीय लोगों की पत्थरबाजी या अन्य उत्तेजनाओं के कारण। वन विभाग की टीमों ने हाथी को सुरक्षित स्थान पर भेजने के लिए प्रयास किए, और स्थानीय लोगों को जंगल में जाने से बचने की सलाह दी।
इस घटना में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को वन विभाग द्वारा 10,000 रुपये की तत्काल राहत राशि प्रदान की गई है, और अन्य मुआवजा प्रक्रियाधीन है।